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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय
– फोटो : अमर उजाला
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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा का असर प्रवेश पर भी पड़ रहा है। प्रवेश के लिए 8 बार तिथि बढ़ाने पर भी आवासीय संस्थानों में 7119 सीटें खाली हैं। विद्यार्थी प्रवेश के लिए नहीं आ रहे हैं। करीब 15 पाठ्यक्रमों में तो एक भी सीट पर प्रवेश नहीं हुआ। 52 पाठ्यक्रमों में 10 सीटों से भी कम प्रवेश हुए हैं। एक बार फिर वेब पंजीकरण की अंतिम तारीख बढ़ाकर 30 नवंबर की गई है।
विश्वविद्यालय के 36 आवासीय संस्थानों में 400 से अधिक पाठ्यक्रम संचालित हैं। इन सभी पाठ्यक्रमों में 9179 सीटें हैं। इनमें 2022-23 सत्र के लिए जुलाई से प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। अब तक 8 बार तिथि बढ़ाई जा चुकी है लेकिन एक तिहाई सीटें भी नहीं भर सकीं। अभी तक केवल 2060 सीटों पर प्रवेश हो सका है, 7119 सीटें खाली हैं। सीटें खाली रहने पर एक बार फिर विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रवेश के लिए वेब पंजीकरण की तिथि 30 नवंबर तक बढ़ा दी है। इसमें पंजीकरण कराने के बाद छात्र प्रवेश ले सकेंगे।
50 से अधिक कोर्स बंद होने की कगार पर
विश्वविद्यालय में बीते कई सत्रों से कई पाठ्यक्रमों में प्रवेश नहीं हो रहे हैं। ऐसे भी पाठ्यक्रम हैं, जिनमें इक्का-दुक्का छात्रों ने ही प्रवेश लिया है। अधिकांश सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम हैं। ये बंद होने की कगार पर हैं। अगले सत्र से पहले प्रवेश समिति में भी मामले रखे जाएंगे।
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बढ़ी तारीख, 30 तक वेब पंजीकरण
प्रो. मनुप्रताप सिंह ने बताया कि आवासीय संस्थानों में विभिन्न पाठ्यक्रम में 7119 सीटें हैं, जिसमें से 2060 का प्रवेश हो चुका है। बाकी की सीटें भरने के लिए 8 बार तिथि बढ़ाई है। अब 30 नवंबर तक वेब पंजीकरण कराने के बाद प्रवेश ले सकते हैं।
कई पाठ्यक्रमों में शून्य प्रवेश
कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि कई ऐसे पाठ्यक्रम हैं, जिनमें शून्य प्रवेश है। ऐेसे पाठ्यक्रम भी हैं, जिनमें इक्का-दुक्का सीटों पर ही छात्रों का प्रवेश हुआ है। इनकी सूची बनाई जा रही है। इन पर क्या निर्णय होगा, इस पर अभी तय नहीं किया है।
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