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सीवर का टूटा हुआ ढक्कन
– फोटो : अमर उजाला
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शहर में जल निगम की ओर से तीसरे चरण में सीवर लाइन बनाने का काम किया जा रहा है। दो चरण का कार्य पूरा हो चुका है। अभी परियोजना हैंडओवर भी नहीं हुई, इससे पहले ही इसके चैंबर टूटने लगे हैं। इसे लेकर लोग इसकी गुणवत्ता पर सावल खड़े कर रहे हैं। शुक्रवार को जीटी रोड पर घंटाघर मोड़ स्थित चैंबर का ढक्कन टूट गया। इससे वहां यातायात प्रभावित हो गया।
जल निगम ने दूसरे फेज में जीटी रोड पर सीवर लाइन डालने का काम पूरा कर दिया गया है। दावा किया गया था कि चैंबर के ऊपर लगाए जा रहे ढक्कन काफी मजबूत हैं। यहां के यातायात के दवाब को सहने में भी सक्षम हैं। लेकिन. हकीकत कुछ और ही है। हैंडओवर होने से पहले ही इसके ढक्कन टूटना शुरू हो गए हैं।
घंटाघर के सामने ही शुक्रवार को बीच सड़क पर चैंबर के ढक्कन में बड़ा छेद हो गया। पहले इसके ऊपर से भारी वाहन निकलते रहे। बाद में हादसों की आशंका के मद्देनजर वाहनों को रुकवाया गया। हालांकि, बाद में जल निगम ने ढक्कन को बदलकर नया लगवा दिया। यह हालात तो तब हैं, जब जल निगम ने नगर पालिका को सीवर प्रोजेक्ट हैंडओवर नहीं किया है। हैंडओवर होने के बाद इस तरह की समस्या शहरवासियों के लिए मुसीबत बनकर खड़ी होगी।
कई बार निर्माण गुणवत्ता को लेकर उठाए जा चुके हैं सवाल
शहरी क्षेत्र में जिस वार्ड में सीवर लाइन डालने का काम किया गया है। वहां के प्रत्येक सभासद ने निर्माण गुणवत्ता को लेकर विरोध किया था। यहां तक कि पालिकाध्यक्ष घटिया सामग्री का सेंपल लेकर जिलाधिकारी के पास भी पहुंची थीं। उसके बाद भी निर्माण गुणवत्ता में सुधार नहीं हो सका।
घंटाघर निवासी गोपाल कुमार ने कहा कि नगर पालिका क्षेत्र में पड़ने वाली सीवर लाइन की निर्माण गुणवत्ता ठीक न होने की वजह से अभी से चैंबर क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। इसके निर्माण की गुणवत्ता सही होनी चाहिए थी।
पीपल अड्डा निवासी सुकेश कुमार ने कहा कि शहर के जीटी रोड पर बनाए गए चैंबर अभी से टूटने लगे हैं। इसकी वजह से सड़क पर कभी बड़ा हादसा हो सकता है। अधिकारियों को इसका संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए।
जल निगम के सहायक अभियंता रवींद्र सिंह ने कहा कि शहर के जीटी रोड स्थित घंटाघर के सामने चैंबर क्षतिग्रस्त हो गया है, उसे बदलवाया जाएगा। वहीं, जहां पर भी कमी आ रही है, उसमें सुधार किया जा रहा है।
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