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हालांकि कोरोना टीकाकरण का लोगों को लाभ मिला। टीकाकरण कराने वाले जो लोग संक्रमित भी हुए उनमें सामान्य लक्षण ही रहे। गंभीर अवस्था में नहीं पहुंचे। कोरोना के मरीज जिले में भले ही 25 नवंबर 2022 के बाद से न मिले हों पर जांचें बंद नहीं की गई थी। नियमित रूप से जांचें की जा रही थीं।
अधिकारियों ने ताजमहल, किला व रेलवे स्टेशनों की व्यवस्थाएं देखीं
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव व अन्य अधिकारियों ने रविवार को ताजमहल, आगरा किला के अलावा आगरा कैंट, फोर्ट व राजामंडी रेलवे स्टेशन और अंतरराज्यीय बस अड्डे पर कोरोना जांच की व्यवस्थाएं देखीं। सभी जगहों पर संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है। ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी गेट से प्रवेश करने वाले सभी पर्यटकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि संदिग्ध दिखने वाले विदेशी पर्यटकों के नमूने भी लिए गए। पर्यटन स्थलों के साथ रेलवे व बस स्टेशन पर टीमों की सक्रियता और बढ़ा दी गई है।
एंटीजन के लिए 10 हजार किट मिली
कोरोना की जांचें अब और बढ़ जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग को शासन से कोरोना की एंटीजन जांच के लिए 10 हजार किट और मिल गई है। इससे पहले उपलब्धता कम होने से एंटीजन जांच सभी जगहों पर नहीं की जा रही थी। महज ऑपरेशन के समय एंटीजन जांच की जा रही थी।
‘दो गज दूरी, मास्क है जरूरी’ का खुद पालन करें
मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि ‘जो गज दूरी, मास्क है जरूरी’ स्लोगन पर अमल करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए अभियान चलाया जाएगा। लोग कोरोना की तीन लहरों को देख चुके हैं। कोई भी इससे अनजान नहीं है। तमाम लोगों ने इसकी वजह से जान गवाई हैं और आर्थिक नुकसान भी हुआ है। ऐसे में लोगों को खुद भी जागरूक होकर मास्क पहनना चाहिए और सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए।
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