[ad_1]
वैक्सीन
– फोटो : PTI
ख़बर सुनें
विस्तार
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर एक तरफ लोगों को जागरूक किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ बचाव के नाम पर जिले के हाथ खाली दिखाई दे रहे हैं। जिले में टीकाकरण के लिए वैक्सीन न होने के कारण लोगों को बूस्टर डोज नहीं लग पा रही है। सीएमओ एक महीने के अंदर तीन बार स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिख चुके हैं लेकिन वैक्सीन नहीं मिल पाई है।
जिले में पिछले तीन महीने से कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। सीएमओ कार्यालय से पिछले एक महीने में पांच दिसंबर, 15 दिसंबर और 25 दिसंबर तीन बार मांग पत्र शासन और विभाग को भेजे गए हैं, लेकिन जिले को वैक्सीन नहीं मिल सकी है। इसके चलते जिले के सभी 75 केंद्रों पर टीकाकरण बंद है। दूसरी तरफ कोरोना की नई लहर से बचने के लिए लोग बूस्टर डोज के लिए परेशान हैं। वहीं पांच लाख से अधिक लोग जिले में ऐसे हैं जिन्हें एक भी टीका नहीं लगा है। ऐसे में वह भी टीकाकरण के लिए दौड़ रहे हैं।
सीएचसी और पीएचसी से प्रतिदिन लौट रहे लोग
जिले के सीएचसी और पीएचसी पर प्रतिदिन लोग टीकाकरण के लिए पहुंच रहे हैं लेकिन यहां अभी तक वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो सकी है। जिससे प्रतिदिन लोग बिना टीकाकरण के ही लौट रहे हैं। सीएचसी कुचेला पर पहुंचे राजभान सिंह का कहना था कि बिना टीकाकरण के किस प्रकार से कोरोना से बचा जा सकेगा। स्वास्थ्य विभाग को शीघ्र वैक्सीन की उपलब्धता करा देनी चाहिए।
5.45 लाख लोगों को ही लग सकी है बूस्टर डोज
विभागीय रिकार्ड पर यदि नजर डालें तो जिले में 16.85 लाख लोग दूसरा डोज ले चुके हैं जबकि 5.45 लाख लोगों को ही बूस्टर डोज लग सका है। ऐसे में वे लोग जिन्हें बूस्टर डोज नहीं लगा है अपने को असुरक्षित मान रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग से लगातार मांग की जा रही है कि बूस्टर डोज के लिए वैक्सीन उपलब कराई जाए। सीएमओ डॉ. पीपी सिंह ने बताया कि टीकाकरण के लिए वैक्सीन की मांग की गई है। जैसे ही वैक्सीन उपलब्ध होगी वैसे ही जिले के सभी केंद्रों पर टीकाकरण का कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
[ad_2]
Source link