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एसएसपी ने बताया कि कॉपियां बदलने में उनकी भूमिका मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी। आरोपी राहुल पाराशर को पुलिस टीम उसके घर भी ले गई। उसकी निशानदेही पर कॉपियां सिलने वाली सिलाई मशीन, खाली और तैयार फर्जी अंकतालिका, विश्वविद्यालय के बार कोड बनाने वाले पेपर, कालेज की मोहरें बरामद की हैं। रविवार शाम पांच बजे आरोपी को जेल में दाखिल कर दिया गया।
कॉपियां बदलने पहुंचा था मोती कटरा
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में राहुल पाराशर ने बताया कि वह परीक्षा केंद्रों से उत्तर पुस्तिका लेने वाले टेंपो चालक देवेंद्र के संपर्क में था। केंद्र से उत्तर पुस्तिका लेने के बाद चालक उसे बंडल दे देता था। बंडल को वह घर ले जाता था। इसके बाद कॉपियां बदलने का काम करता था। दूसरे दिन देवेंद्र को देता था। जिस दिन यह मामला सामने आया, उस दिन भी वह मोती कटरा में चालक से कॉपियाें का बंडल लेने पहुंचा था। मगर, प्रोफेसर और पुलिस टीम पहुंच गई थी। इससे पहले कई बार उत्तर पुस्तिका बदल चुका था।
यह था मामला
बता दें कॉपियां बदलने का मामला 27 अगस्त को सामने आया था। इस मामले में थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज हुआ। टेंपो चालक देवेंद्र को जेल भेजा गया। बाद में दिल्ली से डॉ.अतुल पकड़ा गया। कॉपियां बदलने के मामले में एक और मुकदमा दर्ज हुआ, जिसमें 14 छात्रों की कॉपियां बदलने का मामला प्रकाश में आया था।
इसके बाद कॉपियां लिखने वाले पुनीत और दलाल दुर्गेश पकड़े गए। जांच में एमबीबीएस के छात्रों की कॉपियां बदलने का मामला भी सामने आया। इस पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया। एसआईटी भी सभी मामलों की जांच में लगी है। पुलिस टीम कड़ी से कड़ी जोड़ने में लगी है।
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