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ब्रज क्षेत्र के लोगों को बार-बार यह जताने की कोशिश की कि यहां के लोगों ने सदैव ही धर्म की रक्षा और अन्याय, शोषण के विरुद्ध आवाज उठाई है। यहां गो संरक्षण पांच हजार साल से हो रहा है। यहां तीर्थ विकास के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, लघु व मध्यम उद्योगों के क्षेत्र में विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं। उद्यमी इसके लिए आगे आएं। सरकार उन्हें सुरक्षा के साथ ही मदद भी करेगी। अपने करीब 27 मिनट 35 सेकेंड के संबोधन में सीएम योगी ने चार बार राधे-राधे, तीन बार बांकेबिहारी लाल कहा। यमुना भी मुख्यमंत्री के भाषण के केंद्र में रहीं। उन्होंने यमुना जल के शुद्धिकरण, नमामि गंगे योजना के तहत हो रहे नाले टेप के कार्य और जल्द यमुना जल के अविरल होने की बात की।
निकाय चुनाव में विधानसभा चुनाव की तरह दें आशीर्वाद
कोरोना काल काल में केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से किए कार्यों को भी गिनाना नहीं भूले। कहा, वे इस दौरान दो बार मथुरा आए। जनप्रतिनिधियों के साथ पीड़ितों के घर भी गए थे। कोरोना काल में ही कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक भी वृंदावन में हुई। सीएम लोगों को यह याद दिलाना भी नहीं भूले कि मथुरा-वृंदावन का गठन भी 2017 में भाजपा ने ही किया था। यहां योजना सतत चलती रहें इसके लिए प्रदेश की डबल इंजन की सरकार के साथ ट्रिपल इंजन भी जरूरी है। अर्थात निकाय चुनाव में विधानसभा चुनाव की तरह ही आप आशीर्वाद दें। इस दौरान मंच पर विधायक श्रीकांत शर्मा, विधायक पूरन प्रकाश विधायक राजेश चौधरी, विधायक मेघश्याम सिंह, एमएलसी ठाकुर ओमप्रकाश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी किशन सिंह, महापौर डॉ. मुकेश आर्य बंधु, भाजपा महानगर अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, जिलाध्यक्ष मधु शर्मा, पूर्व मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री, पूर्व राज्यमंत्री रविकांत गर्ग आदि मौजूद रहे।
प्रदेश सरकार ने ही स्मार्ट सिटी मिशन से मथुरा-वृंदावन को जोड़ा
सीएम योगी बोले, स्मार्ट सिटी मिशन से उनकी सरकार ने ही मथुरा वृंदावन को भी जोड़ा। इंटीग्रेट्रेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर(आईट्रिपलसी) के माध्यम से पहले कूड़ा प्रबंधन और कोविड को देखा गया। अब इसका उपयोग ट्रैफिक मैंनेजमेंट और तीर्थ स्थलों को सेव सिटी के माध्यम से करने जा रहे हैं। 18 शहर सेव सिटी के रूप में विकसित हो चुके है। अब शोहदे ने दुस्साहस किया तो वह इसका अंजाम भी भुगतेगा।
ओडीओपी से बढ़ा निवेश
एक जिला एक उत्पाद के माध्यम से प्रदेश में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। यह ओडीओपी और विश्वकर्मा सम्मान के माध्यम से संभव हो सका। प्रदेश में नौ लाख पटरी व्यवसायियों को ब्याज मुक्त लोग दिया गया है। निशुल्क राशन के साथ ही निशुल्क बिजली कनेक्शन भी उपलब्ध कराए गए हैं।
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