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छठ पूजा
– फोटो : amar ujala
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पूर्वांचल का प्रमुख छठ पूजा का महापर्व शुक्रवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया। आगरा और मथुरा में भी यमुना घाटों पर छठ की छटा बिखरेगी। नहाय खाय पर महिलाएं घर पर ही सूर्यदेव को अर्घ्य देकर चने की दाल, लौकी की सब्जी से व्रत का पारायण करती हैं। यह पर्व चार दिनों तक चलता है।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व शुरू होता है। इसके बाद दूसरे दिन कार्तिक शुक्ल पंचमी को भक्त दिनभर का उपवास रखते हैं और शाम को भोजन करते हैं। इसे ‘खरना’ कहा जाता है।
खरना के दिन व्रती महिलाएं उपवास रखती हैं और शाम के समय मिट्टी का नया चूल्हा बनाकर, आम की लकड़ी जलाकर उस पर गुड़ और चावल की खीर बनाकर छठी मैया को भोग लगाने के बाद महिलाएं सादा रोटी और गुड़ की खीर का भोजन करती हैं।
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