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मुआवजा वितरण की प्रक्रिया शुरू होते ही बाढ़ में तबाह हुए परिवार आर्थिक मदद के लिए प्रशासन का मुंह ताक रहे हैं। गुढ़ा के हजूरी, झरनापुरा के नेत्रपाल वर्मा, रानीपुरा के महेश यादव आदि ने बताया कि अभी तक मुआवजा नहीं मिल सका है। एसडीएम बाह रतन वर्मा ने बताया कि मुआवजे की राशि प्रभावित परिवार के मुखिया के खाते में जमा कराई जा रही है। कोई भी पीड़ित मदद से वंचित नहीं रहेगा।
इन गांवों की है रिपोर्ट
खेड़ा राठौर, बमरौली, बरैंडा, क्योरी, कुंवर खेड़ा, मऊ, पिनाहट, सिमराई, विपरावली, पुरा भगवान, रानीपुरा, रेहा, उमरैठा, बासोनी, चीकनीपुरा, जेबरा, गोहरा, गोंसली, गुढ़ा आदि है।
उमरैठा, पुरा भगवान में सबसे ज्यादा नुकसान
बाढ़ में उमरैठा और पुरा भगवान में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सर्वे के मुताबिक उमरैठा में 67 तथा पुरा भगवान में 50 पक्के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। दोनों गांवों में बाढ़ का पानी 10-10 झोपड़ियों को बहा ले गया। उमरैठा में एक मकान का नामोनिशान तक नहीं मिला। उमरैठा में फसलों में भी ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां 350 किसानों की 152 हेक्टेयर में फसल नष्ट हुई है।
गोहरा में 350 किसानों की 280 हेक्टेयर, रेहा में 102 किसानों की 110 हेक्टेयर, कुंवर खेड़ा में 110 किसानों की 100 हेक्टेयर, पुरा भगवान में 180 किसानों की 98 हेक्टेयर, क्योरी में 80 किसानों की 90 हेक्टेयर, पिनाहट में 100 किसानों की 85 हेक्टेयर रकवे में फसलें नष्ट हुई हैं।
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