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उत्तर प्रदेश के आगरा में निलंबित अस्पताल और पैथोलॉजी लैब में सेवाएं दे रहे चिकित्सक इनमें सेवाएं नहीं देने के लिए नाम वापस ले रहे हैं। शपथपत्र लेकर पांच चिकित्सक सीएमओ कार्यालय पहुंचे हैं। चार अगस्त तक प्रमाण पत्र नहीं दिए जाने के बाद 64 अस्पताल-लैब के लाइसेंस निरस्त कर दिए जाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग ने संदिग्ध प्रमाणपत्र और चिकित्सक-पैरामेडिकल स्टॉफ नहीं होने पर 64 अस्पताल और पैथोलॉजी लैब के लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं। इनमें कई के संचालक गैर चिकित्सक हैं। इनमें सेवाएं देने वाले पांच चिकित्सकों ने नाता तोड़ लिया है। इन्होंने शपथपत्र देकर इन संस्थानों में चिकित्सकीय कार्य नहीं करने की जानकारी दी है। कहा कि अगर फिर से संबंधित के चिकित्सकीय प्रमाणपत्र लगाए जाएं तो उन्हें मान्य नहीं किया जाए।
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सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि चार अगस्त तक 64 अस्पताल-लैब संचालकों को रिकार्ड उपलब्ध कराने हैं। इस बार डॉक्टर के शपथपत्र के अलावा डॉक्टर की सेवाएं देते हुए सीसीटीवी की रिकार्डिंग भी अनिवार्य कर दी है। इसमें डॉक्टर के तय समय तक चिकित्सकीय कार्य करते नहीं दिखने पर भी लाइसेंस का निरस्त किया जाएगा। सख्ती के कारण कुछ चिकित्सकों ने अपना नाम वापस लेने के लिए शपथपत्र दिया है।
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