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आगरा में खुदाई करते वक्त कटी केबल, लीकेज ठीक करने गए मजदूर को लगा करंट
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में में पानी की चार इंच की लाइन की मरम्मत के लिए की गई खुदाई के दौरान मजदूर को करंट लग गया। बेहोश हुए मजदूर को साथी कर्मचारी पुष्पांजलि अस्पताल ले गए, जहां उसे भर्ती कराया गया है। बीते माह 17 जनवरी को पानी की लाइन की मरम्मत के दौरान ही ऐसे ही करंट के मामले में यमुनापार के मजदूर की मौत हो गई थी, लेकिन उस हादसे के बाद भी जलकल विभाग और ठेकेदार ने लापरवाही बरती।
मामला लोहामंडी थाना क्षेत्र के सैयदपाड़ा में शनिवार की दोपहर बाद का है। यहां गली में चार इंच की लाइन में रिसाव होने पर जलकल विभाग के ठेकेदार प्रताप अपने साथ मजदूरों को लेकर मरम्मत के लिए पहुंचा था। यहां खुदाई के दौरान एक मजदूर रामनिवास को करंट लग गया। भूमिगत बिजली केबल पड़ी होने के कारण कुदाल से कोई केबल कट गई। इससे लगे करंट के कारण रामनिवास बेहोश हो गया।
साथी मजदूरों ने तत्काल उसे दिल्ली गेट के पुष्पांजलि अस्पताल में भर्ती कराया, जहां रात में उसे घर भेज दिया गया। इस मामले में जलकल विभाग के इंजीनियर अनूप सूद ने बताया कि लीकेज लाइन की मरम्मत के दौरान यह हादसा हुआ, जिसमें मजदूर को अस्पताल भिजवाया गया। ठेकेदार द्वारा बरती गई लापरवाही पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जहां गई मजदूर की जान, नहीं हुआ समाधान
आवास विकास कॉलोनी में 17 जनवरी को यमुनापार के मजदूर की मौत इसी तरह के लीकेज में करंट लगने से हो गई थी। तब भी खुदाई के दौरान मजदूर को करंट लग गया था, लेकिन तब से अब तक 24 दिन बीत जाने पर भी पदम प्लाजा के सामने लीकेज की मरम्मत हुई, न ही गड्ढा भरा गया।
इसके नजदीक ही ठेल-धकेल और खोमचे वाले शाम को खाद्य वस्तुओं की बिक्री करते हैं, जबकि कॉलोनी का गेट भी इससे सटा हुआ है। बैरिकेडिंग न होने से गड्ढे में बड़ा हादसा हो सकता है। क्षेत्रीय निवासी राजकुमार सक्सेना ने मजदूर की जान जाने पर भी बरती जा रही लापरवाही पर जलकल इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
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