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कारोबारी दिलीप गुप्ता का फाइल फोटो, साथ हैं पत्नी
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के कारोबारी दिलीप गुप्ता की हत्या कर 50 लाख की डकैती में एक बदमाश की गिरफ्तारी के बाद बरामदगी न के बराबर है। पुलिस मास्टरमाइंड कासिम और नौकर लोकेश को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। घटना के बाद से कारोबारी परिवार दहशत में हैं। पत्नी लता गुप्ता रात में सोते समय चीखने लगती हैं। परिवार के लोग उन्हें संभाल रहे हैं। बदमाशों ने चाबी नहीं देने पर उनका हाथ मरोड़कर तोड़ दिया था।
बेटे सुमित और रजत के सिर से पिता का साया उठ गया। उनकी आंखों से आंसू नहीं रुक रहे हैं। वह बार-बार एक ही बात बोल रहे हैं कि बदमाशों ने लूटपाट कर ली तो पिता की जान क्यों ले ली। उन्हें तो छोड़ देते थे। माता-पिता की शादी 5 मई 1984 को हुई थी। वह लोग इस बार शादी की 40वीं सालगिरह मनाने वाले थे। उन्हें क्या पता था परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट जाएगा।
मां लता गुप्ता को बदमाशों ने बेरहमी से पीटा था। दो बदमाश चाबी मांग रहे थे। उन्होंने विरोध किया तो एक ने हाथ पकड़कर मरोड़ दिया था, जिससे हाथ की हड्डी टूट गई। दूसरे बदमाश ने सिर दीवार में मार दिया था। इससे सिर में चोट लगी।
उनके कई टांके आए हैं। घटना के बाद से वह डरी हुई हैं। रात में सोते समय चीखने लगती हैं। कहती हैं कि मांग का सिंदूर क्यों उजाड़ दिया। उन्होंने किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा था। बदमाशों को जेवरात और नकदी भी दे दी थी।
तीन दिन बाद भी बदमाशों को नहीं पकड़ पाई पुलिस
तीन दिन बाद भी पुलिस बदमाशों को नहीं पकड़ सकी है। एक आरोपी धनौली निवासी राजू कुशवाहा ही पकड़ा गया। लोकेश, कासिम और संजू हाथ नहीं आए हैं। एसीपी हरीपर्वत आदित्य का कहना है कि वारदात में छह बदमाश शामिल थे। चार घर में घुसे थे। दो बाहर ऑटो में रेकी कर रहे थे। एक गिरफ्तार कर लिया गया। साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। इसके बाद मुकदमे में डकैती की धारा की वृद्धि की जाएगी। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगी हैं।
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