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Brahmotsav, Rang Mandir
– फोटो : अमर उजाला
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मथुरा के वृंदावन में श्रीरामानुज संप्रदाय के दक्षिण शैली के रंग मंदिर का दस दिवसीय ब्रह्मोत्सव 27 मार्च से धार्मिक और सांस्कृतिक अनुष्ठानों के साथ आयोजित किया जाएगा। ब्रज के अनूठे उत्सव को लेकर मंदिर प्रबंधन द्वारा तैयारियां की जा रही हैं। ब्रह्मोत्सव के बीच विशाल रथ पर भगवान गोदारंगमन्नार विराजमान होंगे।
मंदिर की सीईओ अनघा श्रीनिवासन ने बताया कि श्री वैष्णवीय परंपरा के प्रमुख दिव्यदेश में से एक रंग मंदिर का अपनी विशिष्ट पूजा पद्धति के कारण उत्तर भारत के प्रमुखतम देवालयों में अलग स्थान है। सन 1851 में निर्मित दक्षिण भारतीय वास्तु शैली के इस दिव्यदेश में भगवान रंगनाथ, श्री तिरुपति बालाजी, भगवान नरसिंह, भगवान सुदर्शन के श्री विग्रह प्रमुख रूप से विराजित हैं। श्री रंगनाथ मंदिर में वैसे तो प्रतिदिन मंगल उत्सवों की शृंखला अनवरत रूप से जारी रहती है, लेकिन इनमें सबसे प्रमुख ब्रह्मोत्सव है।
मंदिर के प्रबंधक कृष्णन ने बताया कि प्रथम दिवस 27 मार्च को सुबह रंगनाथ भगवान स्वर्ण निर्मित पूर्ण कोठी में विराजित होकर भक्तों को कृतार्थ करेंगे। मंदिर के स्वामी रघुनाथ ने बताया कि 2 अप्रैल को लगभग 50 फीट ऊंचे रथ पर विराजमान होकर भगवान गोदारंगमन्नार निकलेंगे। समापन 5 अप्रैल को अद्वितीय पुष्पक विमान से होगा।
इस वर्ष होली और हाथी की सवारी के समय में किया परिवर्तन
ब्रह्मोत्सव में एक अप्रैल को होने वाली रंगनाथ मंदिर की होली की सवारी और हाथी की सवारी के समय में परिवर्तन किया गया है। इस बार एक अप्रैल को होली की सवारी सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक निकलेगी। वहीं हाथी की सवारी का समय शाम 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक रहेगा।
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