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सूरसदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित करते हुए।
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में शमसाबाद के एपी इंटर कॉलेज में बुधवार को मंच सजा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र के विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष मौजूद थे। लेकिन, सभी की आंखें तलाश रही थीं फतेहपुर सीकरी के विधायक चौ. बाबूलाल को। वह न तो शमसाबाद में नजर आए, न ही सूरसदन में। मुख्यमंत्री के दोनों कार्यक्रमों से चौ. बाबूलाल की दूरी होने पर भाजपा नेता राजनीतिक संदेश तलाशते नजर आए।
फतेहपुर सीकरी के विधायक और पूर्व सांसद चौ. बाबूलाल के बेटे रामेश्वर सिंह सीकरी से भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर के खिलाफ क्षेत्र में सभाएं कर रहे हैं। मंगलवार को ही महापंचायत में बेटे के साथ विधायक बाबूलाल भी शामिल हुए थे। भाजपा में उसके बाद ही चर्चाएं शुरू हो गईं।
गैरहाजिरी सियासत में चर्चा का विषय
पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ उनके बेटे की सभाओं पर पार्टी नेतृत्व तक बात पहुंची है। पंचायत के एक दिन बाद ही चौ. बाबूलाल और रामेश्वर सिंह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दोनों सभाओं में नजर नहीं आए। उन्होंने सीकरी में राजकुमार चाहर के साथ मंच साझा किया, न ही शहर में सूरसदन में हुए सम्मेलन में एसपी सिंह बघेल के साथ। ऐसे में पूरे दिन उनकी गैरहाजिरी सियासत में चर्चाओं में बनी हुई है।
फिरोजाबाद गया था
मैं एक आवश्यक कार्य से फिरोजाबाद गया हुआ था। इस वजह से मुख्यमंत्री की सभा में नहीं जा पाया। बेटे रामेश्वर को जनता ने प्रत्याशी बनाया है। नेतृत्व से प्रत्याशी बदलने की मांग की है। किसी अन्य को टिकट दे देंगे तो रामेश्वर को चुनाव नहीं लड़ने देंगे। -चौ. बाबूलाल, विधायक, फतेहपुर सीकरी
पदाधिकारी नहीं हूं
मैं पार्टी का पदाधिकारी नहीं हूं। अगर जिम्मेदारी दी गई होती या पदाधिकारी होता तो अवश्य जाता। आमंत्रण आता तो शामिल होता। मैं जनता के बीच ही जा रहा हूं। -रामेश्वर सिंह, भाजपा नेता
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