[ad_1]
बिचपुरी के 36 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा में बिचपुरी के 36 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का पंपिंग स्टेशन पूरी तरह से ठप हो गया है। घटिया मरम्मत और संरक्षण नहीं होने से जलकल विभाग ने जलनिगम की सी एंड डीएस इकाई पर 1.15 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। एक साल से सी एंड डीएस ही बिचपुरी एसटीपी का संचालन कर रही थी।
जलकल महाप्रबंधक कुलदीप सिंह ने बताया कि 1 अप्रैल को जलनिगम के सी एंड डीएस ने बिचपुरी 36 एमएलडी एसटीपी का हस्तांतरण किया है। एक माह से मशीनें खराब होने के बाद 60 फुट गहरे संपवेल में जब तीसरी मशीन डाली गई तो पंप समेत पूरी मशीनरी नीचे जा गिरी। इससे तीन कर्मचारी बाल-बाल बचे। संपवेल में पहले से चल रहे दो पंप भी नीचे गिरने से बंद हो गए।
उन्होंने बताया कि अब मशीनरी निकालने के लिए पूरा संपवेल खाली कराया जा रहा है। सूखने के बाद मरम्मत कार्य शुरू किया जाएगा, जिसमें बुधवार शाम तक का समय लग सकता है।
एक साल तक एसटीपी का संरक्षण न होने के कारण पूरी मशीनरी बेहद खराब स्थिति में पाई गई। इस पर जलनिगम की सीएंडडीएस इकाई पर 1.15 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जलकल विभाग ने यह मैकेनिकल पार्ट पर जुर्माना लगाया है। इसके बाद प्लांट बंद होने, सीवर बाईपास करने, पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का जुर्माना और लगाया जाएगा, जिसकी गणना की जाएगी।
3.30 करोड़ रुपये करना था भुगतान
36 एमएलडी बिचपुरी एसटीपी के लिए जलनिगम ने नगर निगम को 3.30 करोड़ रुपये का बिल एक साल तक संचालन के लिए भेजा था। अब जलनिगम पर कई मामलों में जुर्माना लगाए जाने की तैयारी है। यह एसटीपी एक माह से पूरी तरह से ठप पड़ा है, जिस वजह से 60 फुट गहरा संपवेल ऊपर तक भरा है, वहीं सीवर नेटवर्क भी उफना रहा है। इस वजह से सिकंदरा-बोदला रोड, शास्त्रीपुरम, बोदला, मारुति एस्टेट क्षेत्र की कॉलोनियों में लोगों का रहना दूभर हो गया है। खाली प्लॉटों और सड़कों पर सीवर भरा हुआ है।
नए पंप बनवाने में लगेगा समय
36 एमएलडी बिचपुरी एसटीपी में मशीनरी पूरी तरह से खराब हो चुकी है। लगभग ढाई लाख लोग इस एसटीपी के बंद होने के कारण एक साल से ही परेशान चल रहे हैं। जलकल महाप्रबंधक कुलदीप सिंह ने बताया कि नए पंप हॉर्स पावर और डिजाइन के मुताबिक बनवाए जाएंगे। इसमें समय लगेगा। तब तक उपलब्ध संसाधनों से पंपिंग कराई जा रही है।
[ad_2]
Source link