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महिला का उपचार करती स्वास्थ्य विभाग की टीम
– फोटो : अमर उजाला
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ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रविवार को भक्तों की भीड़ का दबाव बढ़ने से महिला श्रद्धालु की अचानक हालात बिगड़ गई। महिला के पति को जब इसकी जानकारी हुई तो उसके होश उड़ गए। उसने वहां तैनात सुरक्षा गार्डों से वहां से निकालने के लिए कहा, लेकिन सुरक्षा गार्ड ने उसकी कोई बात नहीं सुनी। गेट नंबर एक पर पहुंची महिला की हालत खराब देख वहां तैनात पुलिसकर्मी सुरक्षा गार्ड और स्वास्थ्य कर्मियों ने महिला श्रद्धालु को स्ट्रेचर पर लिटाकर ले गए। उपचार के बाद महिला की हालत में सुधार है।
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में आरती दर्शनों के समय भीड़ के दबाव के कारण विनीता पत्नी सुबोध शर्मा निवासी महोली रोड मथुरा की मंदिर के अंदर अचानक तबीयत खराब हो गई। तबीयत खराब होने के दौरान जब सुबोध शर्मा ने सुरक्षा गार्ड से कहा कि उसकी पत्नी की तबीयत खराब हो गई है, उसे यहां से निकल जाने दो, तो सुरक्षा गार्ड ने बाहर निकालने से साफ मना कर दिया और कह दिया ज्यादा नाटक मत करो।
सुबोध शर्मा और उनकी पत्नी विनीता देवी भीड़ में आपस में बिछड़ गए और पत्नी की गेट नंबर-1 पर आते-आते तबीयत खराब हो गई। आनन-फानन में वहां तैनात पुलिसकर्मी सुरक्षा गार्ड और स्वास्थ्य कर्मियों ने विनीता देवी को स्ट्रेचर पर लिटाया और स्वास्थ्य कर्मियों ने तुरंत विनीता देवी का उपचार चालू करा दिया। विनीता के साथ उनका 3 साल का बेटा भी था। बच्चा अपनी मां की तबीयत खराब होते देख घबराने लगा और रोने लगा।
उपचार के बाद विनीता के पति सुबोध शर्मा उनको ढूंढते-ढूंढते एक नंबर गेट पर आए और उन्होंने बताया की पत्नी की यह हालत मंदिर के अंदर तैनात सुरक्षा गार्ड की वजह से हुई है, जिसने हम को धक्का दे दे कर अलग-अलग कर दिया। पत्नी भीड़ में दब गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने विनीता की डायबिटीज चेक की और ऑक्सीजन लगाई।
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