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बांकेबिहारी के दर्शन की नई समय सारिणी से सेवायत समाज एवं मंदिर प्रबंधन असमंजस की स्थिति बनी हुई है। प्रशासक के आदेश में मंदिर में नियमानुसार पूरी सेवापद्धति के लिए उल्लेखित समय निर्धारित न होने से इसके क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न होने की संभावना है। इस आदेश में शृंगार के 15 मिनट के समय का भी उल्लेख न होने से राजभोग सेवाधिकारी और शयन भोग सेवाधिकारी असमंजस की स्थिति में हैं।
ठाकुरजी के सेवायत एवं इतिहासकार आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि बांकेबिहारी मंदिर की रिसीवर सिविल जज जूनियर डिवीजन मथुरा के आदेश में दोनों समय कुल मिलाकर 11 घंटे तक ठाकुरजी के दर्शन सुलभ कराए जाने के आदेश देते हुए मंदिर प्रबंधन को अविलंब आदेश पूर्ति हेतु दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसी के साथ नई व्यवस्था से भक्तों को होने वाली सुविधा अथवा असुविधा से अगले 15 दिनों में अवगत कराए जाने के आदेश भी दिए गए। न्यायालय द्वारा शीतकाल में सुबह साढ़े सात से एक बजे तक और शाम को चार से साढ़े नौ बजे तक दर्शनार्थ समय निर्धारित किया गया है।
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