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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) की परीक्षा में कापियां बदलने का मुख्य आरोपी छात्र नेता राहुल पाराशर फरार हो गया है। एसटीएफ ने शनिवार को उसके केके नगर स्थित घर पर दबिश दी। वहां पर ताला लगा मिला। एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि आरोपी जल्द पकड़ में नहीं आया तो उसके घर पर बुलडोजर चल सकता है।
7 बजे पहुंची टीम
शनिवार शाम तकरीबन 7 बजे एसटीएफ की टीम आरोपी के घर पहुंची थी। घर में परिवार का कोई व्यक्ति नहीं मिला। इस पर पड़ोसियों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई बोलने के लिए तैयार नहीं हुआ। टीम ने आरोपी के परिचित, दोस्त और रिश्तेदारों के बारे में जानकारी जुटाई है। यह भी पता किया कि परिवार के लोग कब से गए हैं? सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तारी नहीं होने पर उस पर इनाम घोषित कराया जाएगा। इसके बाद बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी।
पांच कर्मचारियों से दो घंटे तक पूछताछ, फाइलें नहीं देख पाए
एसटीएफ के एसपी राकेश यादव और सीओ उदय प्रताप विश्वविद्यालय में पहुंचे। महीने का द्वितीय शनिवार होने से विश्वविद्यालय में कर्मचारी कम आए थे। परीक्षा विभाग के 5 कर्मचारी मिले। टीम ने 2 घंटे तक उनसे पूछताछ की। परीक्षा कार्य कौन-कौन देखता है? कितने कर्मचारी लगे हैं? कार्य कैसे संपन्न कराया जाता है… सवाल किए। उनके मोबाइल नंबर भी लिए गए हैं। कर्मचारियों के नहीं आने की वजह से टीम फाइलें नहीं देख सकी। सोमवार को एक बार फिर टीम पहुंचेगी।
दो लोगों को थाना हरीपर्वत पुलिस ने किया था गिरफ्तार
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में कॉपियां बदलने का मामला 27 अगस्त को सामने आया था। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज कराया। इसमें राहुल पारशर का नाम सामने आया था। उसको मुख्य आरोपी बनाया गया था। पुलिस ने टेंपो चालक देवेंद्र को जेल भेजा था। बाद में डॉ. अतुल यादव को गिरफ्तार किया। देवेंद्र से कॉपियों के गायब बंडल को बरामद किया था। दूसरा मुकदमा भी लिखा गया। 14 छात्रों की कॉपियां बदलने का मामला सामने आया। मामले की जांच के लिए एसएसपी ने एसआईटी का गठन किया था। इसमें एसपी सिटी, एएसपी हरीपर्वत सहित अन्य पुलिस निरीक्षक शामिल किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने एसटीएफ को जांच दी थी। इसके लिए विश्वविद्यालय में ही कार्यालय खोला जाना है।
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