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एमजी रोड पर दौड़ता ई-रिक्शा
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा में मनमानी का आलम देखिए। छह महीने पहले एमजी रोड पर ऑटो व ई-रिक्शा प्रतिबंधित हुए थे। 27 मार्च को सिटी बस ट्रांसपोर्ट समिति की बैठक में डीसीपी यातायात को कार्रवाई के निर्देश दिए गए, लेकिन 15 दिन बाद भी नतीजा शून्य है। ई-रिक्शा और ऑटो धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं।
भगवान टॉकीज से सदर बाजार चौराहा तक एमजी रोड की लंबाई करीब सात किमी है। सात किमी में 17 चौराहे हैं। जिनमें 10 चौराहों पर जाम के हालात हैं। जाम से निजात के लिए यातायात पुलिस ने सितंबर 2023 में एमजी रोड पर ऑटो व ई-रिक्शा संचालन पर रोक लगाई थी।
लचर कार्यशैली से रोक बेअसर हो गई। इधर, आगरा-मथुरा सिटी ट्रांसपोर्ट ने 100 से अधिक अत्याधुनिक बसें एमजी रोड पर उतारीं। जिनका खर्च निकालना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में मंडलायुक्त की अध्यक्षता में गठित सिटी ट्रांसपोर्ट समिति ने 27 मार्च को डीसीपी यातायात को प्रतिबंध का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए। दो दिन पालन हुआ, लेकिन फिर पुराना ढर्रा लौट आया।
सोमवार को अमर उजाला ने पड़ताल की तो ऑटो व ई-रिक्शा दौड़ते मिले। यातायात पुलिस सूत्रों ने बताया कि चंद पुलिसकर्मियों की मेहरबानी से ऑटो व ई-रिक्शा एमजी रोड पर दौड़ रहे हैं। जेब भरी जा रही है। प्रतिबंध के बावजूद दौड़ रहे ऑटो व ई-रिक्शा जब्त नहीं किए जा रहे। न चालान हो रहे। एमजी रोड पर जाम लगता है। यातायात प्रभावित हो रहा है। मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी का कहना है कि मजिस्ट्रेट से सत्यापन कराया जाएगा। क्या कार्रवाई की गई इस संबंध में यातायात पुलिस व आरटीओ से रिपोर्ट मांगी जाएगी।
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