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तिरंगी रोशनी से जगमग आगरा किला
– फोटो : अमर उजाला
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ताजनगरी में आगरा किला के दीवान-ए-आम में छत्रपति शिवाजी जयंती के दो कार्यक्रम होने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने तय किया है कि अब भविष्य में दीवान-ए-आम परिसर में जश्न, संगीत आदि के कार्यक्रम नहीं होंगे। इसकी अनुमति महानिदेशक स्तर से नहीं दी जाएगी। किले के दीवान-ए-आम में आई दरारों और मरम्मत में आ रही दिक्कतों के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।
19 फरवरी को आगरा किला के दीवान-ए-आम में छत्रपति शिवाजी जयंती पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस और केंद्र सरकार के मंत्रियों ने हिस्सा लिया था। एक साल पहले इसी कार्यक्रम के दौरान आवाज का स्तर ज्यादा होने से धमक के कारण 450 साल से ज्यादा पुराने किले के दीवान-ए-आम की दीवारों में दरारें आ गई थीं।
ऐतिहासिक स्मारक को क्षति न पहुंचे, इसलिए पुरातत्व महानिदेशक ने अब भविष्य में अनुमति न देने का निर्णय लिया है। अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल ने बताया कि जो दिक्कतें सामने आई हैं, वो न बढ़ें, इसके लिए यह निर्णय लिया गया है।
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