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एत्माद्दौला थाना, आगरा
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में बुधवार को अलाव के लिए तसले में जलाए कोयले से चारपाई में आग लग गई। हादसे में 72 वर्षीय वृद्धा जिंदा जल गई। कमरा बंद होने की वजह से चीख तक बाहर नहीं आ सकी। परिवार के लोग एक गमी में गए थे। वहां से लौटे तो घटना की जानकारी हो सकी। घटना एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के नगला बिहार की है।
नगला बिहार की रहने वाली लौंगश्री के तीन बेटे रामपाल, छुट्टन और टैमी हैं। सुबह मोहल्ले में एक गमी हो गई थी। परिवार के लोग गमी में गए थे। लौंगश्री घर में अकेली थीं। परिवार के लोगों ने बताया कि ठंड अधिक होने की वजह से उन्होंने तसले में कोयले जलाकर अपनी चारपाई के नीचे रख दिए।
इसके बाद वह सो गईं। चारपाई में प्लास्टिक की निवाड़ थी। सुलगते कोयलों की वजह से चारपाई की निवाड़ जल गई। लपटें निकलने से रजाई भी जल गई। लौंगश्री को बचने का भी मौका नहीं मिल सका। वह जिंदा जल गईं। कमरे का गेट अंदर से बंद था। इस कारण परिवार के लोगों ने आवाज भी नहीं सुनी।
शाम को 5:30 बजे परिवार के लोग वापस आए। उन्होंने कमरे से धुआं निकलता देखकर दरवाजा तोड़ा। शव पड़ा हुआ था। नायलॉन की निवाड़ भी शव से चिपक गई थी। शव को किसी तरह अलग किया गया। घटना से परिवार में कोहराम मच गया। क्षेत्रीय पार्षद विजय वर्मा ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने परिवार के लोगों ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया। इस पर पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई की।
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