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संवाद न्यूज एजेंसी, फिरोजाबाद
Updated Mon, 26 Feb 2024 10:22 AM IST
शौचालयों में भरा कबाड़, किसी सीट तो किसी में दरवाजा नहीं
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण अंचल में बनाए गए व्यक्तिगत शौचालयों का पंचायत सहायकों के द्वारा किए जा रहे सत्यापन में हकीकत सामने आ रही है। अभी तक 2.41 लाख के शौचालयों के सत्यापन रिपोर्ट पर यदि गौर करें तो 4935 शौचालय तो ऐसे मिले जहां सीट ही नहीं है। 6878 में दरवाजा गायब हो गया। इसके साथ अन्य खामी मिली है।
इन खामियों को रेट्रो फिटिंग योजना के तहत सुधारने की प्लानिंग विभाग कर रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले में व्यक्तिगत शौचालय तो 2.81 लाख से अधिक बनाए जा चुके है। लेकिन अमर उजाला की टीम ने जब इन शौचालयों की पड़ताल की तो हालात बद से बदतर दिखाई दिए। कहीं दरवाजा नहीं मिला तो कहीं सीट उखड़ी हुई थी। हालत खराब होने के कारण ग्रामीणों ने इनका प्रयोग करना भी बंद कर दिया है।
खस्ताहाल हो चुके शौचालय की हालत सुधारने के लिए रेट्रोफिटिंग योजना के तहत काम कराए जाने का निर्णय लिया है। विभाग ने इसके लिए पंचायत सहायकों के माध्यम से शौचालयों का सर्वे कराने का निर्णय लिया। इन शौचालयों के खराब गड्ढों को ठीक कराने से लेकर सीट एवं दरवाजों तक को सुधारने की प्लानिंग की है। ताकि ग्रामीण इनका प्रयोग करना शुरू कर दें।
एक नजर में शौचालयों की स्थिति..
- कुल शौचालय जिनका सर्वे हुआ-241065
- ऐसे शौचालय जिनके छत नहीं-3680
- ऐसे शौचालय जिनका फर्श टूटा-5489
- ऐसे शौचालय जिनकी सीट टूटी-4935
- ऐसे शौचालय जिनके दरवाजा टूटा-6878
- ऐसे शौचालय जिनमें प्लास्टर नहीं-2342
स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण अंचल में बनाए गए व्यक्गित शौचालयों का सत्यापन पंचायत सहायकों के माध्यम से कराया जा रहा है। जो शौचालय काफी पुराने होने के साथ जिनकी हालत खस्ता हो गई है। उनको रेट्रो फिटिंग योजना के तहत सुधारने का काम कराया जाएगा। इसके लिए ग्राम पंचायतों के बजट के साथ-साथ अलग से भी धनराशि की डिमांड की जाएगी। -नीरज कुमार सिन्हा, जिला पंचायत राज अधिकारी फिरोजाबाद
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