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ये हैं अमर उजाला के नायक
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
AmarUjala75: अमर उजाला आज अपना 75वां स्थापना दिवस मना रहा है। 18 अप्रैल, 1948 को ताजनगरी आगरा से एक नए संकल्प के साथ इसका शुभारंभ हुआ। आज यह अपने इस महती दायित्व के 75 वर्ष पूर्ण कर रहा है। अमर उजाला की इस यात्रा पर अमर उजाला के सुधी पाठकों ने अपनी-अपनी राय दी है। इनमें बहुत से लोग हैं जो तीन पीढ़ी से हमारे पाठक हैं। आइए उन्हीं की जुबानी सुनते हैं कि वह क्या कहते हैं…
पिता 96 वर्षीय पं. विद्याराम शर्मा की आंखें कमजोर हो चुकी हैं लेकिन अखबार पढ़ने का शौक नहीं गया। लिहाजा अब सुनकर ही काम चलाते हैं। घर में शुरू से ही अमर उजाला अखबार आता था। तीन पीढि़यों से पढ़ रहे हैं। अपना पीएमटी का रिजल्ट भी मैंने अमर उजाला में ही देखा था। पिताजी डीएवी इंटर कॉलेज मोती कटरा में पहले शिक्षक और फिर प्रधानाचार्य रहे। आज भी पिताजी शहर के समाचार न सुन लें तो उन्हें चैन नहीं आता। मां ओमवती भी 94 वर्ष की उम्र में अमर उजाला पढ़ने का मौका किसी दिन भी नहीं चूकतीं। लोग विश्वसनीय सूचना के लिए अमर उजाला को प्राथमिकता देते हैं। अमर उजाला को उसके 75 पूरे होने पर हार्दिक शुभकामनाएं। -डॉ. डीवी शर्मा
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