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मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव
– फोटो : अमर उजाला
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लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। नेताजी मुलायम सिंह यादव अब नहीं हैं, समाजवादी पार्टी पहली बार आम चुनाव 2024 नेताजी के बिना लड़ रही है। नेताजी के उत्तराधिकारी और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते ये चुनाव अखिलेश यादव के लिए अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। अखिलेश के सामने पार्टी के बेहतर प्रदर्शन और सपा के रसूख को कायम रखने की चुनौती है।
देश और प्रदेश की राजनीति में रसूख रखने वाले मुलायम सिंह यादव ने वर्ष 1992 में समाजवादी पार्टी का गठन किया था। मुलायम की लोकप्रियता और राजनीतिक दांव-पेच से सपा ने राजनीति के शिखर को छुआ। विधानसभा चुनाव में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन ने मुलायम और अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाया। लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के दम पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव रक्षामंत्री बने।
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