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साइबर अपराध (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा में साइबर अपराधियों ने सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी को शिकार बना लिया। मकान किराये पर लेने का लालच दिया। इसके बाद खाते में किराया भेजने का झांसा दिया। मोबाइल पर क्यू आर कोड भेजकर स्कैन कराकर खाते से 99 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। पीड़ित की तहरीर पर तीन महीने बाद मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि विवेचना की जा रही है।
ये है मामला
डिफेंस कालोनी, सदर निवासी रामवकील सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। उन्होंने बताया कि आठ सितंबर की शाम को एक फोन कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि सूबेदार आनंद कुमार बोल रहा हूं। मेरी आगरा मिलट्री हॉस्पिटल में तैनाती हुई है। किसी से तुम्हारा नंबर लिया है। आपके घर में किराये पर कमरा चाहिए। घर के फोटो भेज दो। देखने के बाद मकान को फाइनल कर देंगे। रामवकील ने फोटो भेज दिए। इन्हें देखने के बाद उक्त व्यक्ति ने कहा कि एडवांस भेज देते हैं। इसके लिए पेटीएम नंबर बता दो। रामवकील ने पत्नी के पेटीएम का नंबर बताने पर उसने एक रुपया भेजा। चेक करने के लिए एक रुपया वापस अपने नंबर पर मांगा। उन्होंने एक रुपये वापस ट्रांसफर कर दिया। बाद में पेटीएम में ऑनलाइन कुछ समस्या बताते हुए क्यू आर कोड भेजा। रामवकील ने क्यूआर कोड स्कैन किया। इससे 42 हजार रुपये कट गए। आरोपी ने दोबारा स्कैन कराया। इस बार भी 42 हजार रुपये खाते से कट गए। तीसरी बार भी बहाना बनाया कि कुछ समस्या है। इस बार भी क्यूआर कोड स्कैन करा लिया। इस बार 15 हजार रुपये कट गए।
बैंक से आया मैसेज
चौथी बार स्कैन करने के लिए कहा तो बैंक से मैसेज आ गए। खाते से रकम कटने पर रामवकील के होश उड़ गए। उन्होंने फोन पर बात कर रहे आरोपी से रकमवापस मांगी। उसने कहा गलती से रकम कट गई है। एक और क्यूआर कोड भेजा। मगर, रामवकील ने स्कैन नहीं किया। इसकी शिकायत पर साइबर क्राइम पोर्टल के नंबर पर की। थाना सदर पुलिस का कहना है कि साइबर सेल ने जांच की थी। अब मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
दूसरे दिन भी आया कॉल
रामवकील ने बताया कि आरोपी का कॉल दूसरे दिन भी आया। वह रकम वापस करने की कह रहा था। वह तब तक पुलिस से शिकायत कर चुके थे। इस पर उसे अपना एक नंबर बताया। उससे कहा कि रकम भेज दें। मगर, आरोपी को शक हो गया। उसने फोन काट दिया।
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