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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय
– फोटो : अमर उजाला
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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से डिग्री और अंकतालिका लेने के लिए निजी कॉलेज रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इनके लिए पांच दिन का विशेष शिविर लगाकर डिग्री और अंकतालिकाएं निशुल्क वितरित कीं। अंतिम दिन तक 221 कॉलेजों की 44 हजार डिग्रियां और अंकतालिकाएं बची हुई हैं। इन कॉलेजों को नोटिस भेजा जा रहा है।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि लंबित डिग्रियों और अंकतालिकाओं को छात्रों को उपलब्ध कराने के लिए 27 सितंबर से एक अक्तूबर तक छलेसर परिसर में डिग्री और अंकतालिका वितरण के लिए शिविर लगाया। इसमें 464 कॉलेजों की 80 हजार से अधिक डिग्रियां और अंकतालिकाएं हैं। इसमें से 243 कॉलेज 33 हजार डिग्रियां और अंकतालिकाएं ले गए हैं, जिसमें 18 हजार डिग्रियां और करीब 15 हजार अंकतालिकाएं हैं। अभी 221 कॉलेजों की 44 हजार डिग्री और अंकतालिकाएं लेने नहीं आए हैं। इसमें 30 हजार डिग्री और 14 हजार अंकतालिकाएं हैं। ये कॉलेज आगरा और अलीगढ़ मंडल के हैं। कई बार इन कॉलेजों के संचालकों सूचित भी कर दिया है। अब इन कॉलेजों को नोटिस भेज रहे हैं।
चार बार लगाए शिविर
विश्वविद्यालय ने 2015-21 सत्र तक की करीब 10 लाख डिग्रियां और अंकतालिकाएं लंबित हैं। इनको बनवाकर कॉलेज संचालकों को निशुल्क वितरण किया जा रहा है। कॉलेज संचालकों को भी इन्हें छात्रों को निशुल्क देना है। इसके लिए अगस्त 2020 से सितंबर 2022 तक चार बार शिविर लगाए हैं। इसके बावजूद भी कॉलेज संचालक डिग्रियां और अंकतालिकाएं लेने में रुचि नहीं दिखा रहे।
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कॉलेजों में भिजवाएं
एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंस एजूकेशनल इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष रामेश्वर सिंह का कहना है कि विश्वविद्यालय छात्रों से अंकतालिका और डिग्री का शुल्क लेता है, तो कॉलेजों में पहुंचाने का जिम्मा विश्वविद्यालय प्रशासन का है। पहले भी यही व्यवस्था थी।
बनवाई जा रही है सूची
कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह का कहना है कि छात्रों को आसानी से डिग्री और अंकतालिका मिले, इसके लिए शिविर लगा रहे हैं। बावजूद कॉलेज संचालक इनको लेने नहीं आ रहे। इससे छात्रों को विश्वविद्यालय आना पड़ रहा है। इन कॉलेजों की सूची बनाकर कार्रवाई करेंगे।
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