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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के निजी कॉलेजों की लापरवाही से 702 विधि छात्र परीक्षा से वंचित रह गए। कॉलेज संचालकों ने इन छात्रों का परीक्षा शुल्क विश्वविद्यालय में जमा नहीं किया है। इससे विश्वविद्यालय प्रशासन ने इनके प्रवेशपत्र जारी नहीं किए।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि 35 विधि कॉलेजों में बीएएलएलबी और एलएलबी के 13,070 छात्र पंजीकृत थे। इन सभी का परीक्षा शुल्क जमा करने के लिए तीन बार चेतावनी दी गई, फिर भी 12,368 छात्रों का ही शुल्क जमा हुआ। इस तरह से 702 छात्रों का शुल्क विश्वविद्यालय को प्राप्त नहीं हुआ। इससे इनके प्रवेशपत्र जारी नहीं हुए। इनको अब परीक्षा में भी शामिल नहीं किया जाएगा। इन 35 कॉलेजों में से चार कॉलेज ऐसे रहे, जिन्होंने परीक्षा से एक दिन पहले शुल्क जमा किया।
विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर इनके शुल्क की जानकारी नहीं दिख रही थी। कॉलेज संचालकों ने शुल्क रसीद दिखाई, तब इन कॉलेजों के छात्रों को अस्थायी प्रवेशपत्र से एक दिन परीक्षा में शामिल होने की छूट दी गई। वेबसाइट पर शुल्क जमा होने की जानकारी अपलोड होने के बाद इनके प्रवेशपत्र अपलोड कर दिए गए। ये सभी परीक्षा दे रहे हैं।
विधि परीक्षा: बिजली जाने से 10 मिनट रहा अंधेरा
आरबीएस कॉलेज में दूसरी पाली की विधि परीक्षा होते समय करीब पौने चार बजे बिजली गुल हो गई। एलएलबी और बीएएलएलबी के छात्र परीक्षा दे रहे थे। कक्ष में अंधेरा हो गया। कॉलेज प्रशासन ने जनरेटर चलवाया। इससे 10 मिनट तक अंधेरा रहा और परीक्षार्थी खाली बैठे रहे। प्राचार्य डॉ. विजय श्रीवास्तव ने बताया कि कुछ मिनट ही अंधेरा रहा। ब्यूरो
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