[ad_1]
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में सत्र 2021-22 में उपस्थिति कम होने की वजह से प्री-पीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षा से वंचित छात्र-छात्राओं को एक और मौका दिया जाएगा। उनके लिए स्पेशल कोर्स वर्क कराया जाएगा। यह निर्णय बृहस्पतिवार को रिसर्च सेक्शन में हुई रिसर्च एडवाइजरी कमेटी की बैठक में लिया गया।
डीन रिसर्च प्रो. विनीता सिंह ने बताया कि 70 छात्र-छात्राएं उपस्थिति कम होने की वजह से प्री-पीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे। अब स्पेशल कोर्स वर्क में उनका अधूरा पाठ्यक्रम पूरा कराया जाएगा। इसके लिए फीस आदि के निर्धारण पर भी चर्चा की गई। विद्यार्थियों को जल्द स्पेशल कोर्स वर्क के संबंध में जानकारी दे दी जाएगी। वहीं, सत्र 2021-22 के शोधार्थियों को सिनॉप्सिस (लघु शोध प्रस्ताव) जमा करने के लिए 31 जुलाई तक का समय दिया गया है।
ये भी पढ़ें – UP: कार में बैठकर रिश्वत ले रहे थे खंड शिक्षा अधिकारी, तभी पहुंच गई विजिलेंस की टीम, छूट गए पसीने
पीएचडी की प्रवेश प्रक्रिया जून में
बैठक में पीएचडी की प्रवेश प्रक्रिया पर भी चर्चा की गई। जून 2023 से प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। पर्यवेक्षकों से खाली सीटों और उसके सापेक्ष वह कितने छात्र-छात्राओं को शोध कार्य कराना चाहते हैं, यह जानकारी मांगी जाएगी। बैठक में प्रति कुलपति प्रो. अजय तनेजा, प्रो. सुगम आनंद, प्रो. अचला गक्खर, प्रो. विपिन कुमार, प्रो. बीपी सिंह, प्रो. मोहम्मद अरशद, प्रो. राजीव वर्मा उपस्थित रहे।
[ad_2]
Source link