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पीएचडी
– फोटो : Getty
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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पार्ट टाइम पीएचडी कराने की योजना तैयार की गई है। लोग नौकरी करने के साथ पीएचडी की पढ़ाई कर सकेंगे। पहले यह योजना शिक्षकों के लिए ही बनाई गई थी, शासन के निर्देश पर नौकरी करने वाले बाकी लोगों को भी शामिल कर लिया गया है।
विश्वविद्यालय की डीन रिसर्च प्रो. विनीता सिंह ने बताया कि आगामी सत्र से ही पार्ट टाइम पीएचडी कराने की योजना है। शासन को इसका प्रस्ताव भेजा गया था। कुछ सुझाव बताए गए हैं, उनको शामिल कराकर दोबारा प्रस्ताव भेजने की तैयारी है। एक हफ्ते के अंदर कार्य परिषद की बैठक में प्रस्ताव पास कराकर शासन को भेज दिया जाएगा। शिक्षक ही नहीं विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी करने वाले पार्ट टाइम पीएचडी कर सकेंगे। उनको कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी। शासन स्तर से प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद जब आवेदन मांगा जाएगा, नियमों की जानकारी अभ्यर्थियों को दे दी जाएगी।
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31 जुलाई तक सिनॉप्सिस जमा करनी है
प्रो. विनीता सिंह ने बताया कि सत्र 2021-22 में प्री-पीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले शोधार्थियों को अपनी सिनॉप्सिस जमा करने के लिए 31 जुलाई तक का समय दिया गया है। इस अवधि तक सभी को अनिवार्य रूप से सिनॉप्सिस जमा करनी होगी।
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