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Agra Nikay Chunav: पति की सुनी न सास की, बहुओं ने चुना अपना नेता
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में गुरुवार को निकाय चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया। घर-परिवार के अहम फैसलों में उनके लिए पति, सास-ससुर की राय मायने है। ऐसे मौके भी आए, जब बहुओं ने खुद के निर्णय पर इनकी बात को तवज्जो दी। बात मतदान की आई तो बहुओं ने पति-सास की एक नहीं सुनी और अपने पसंदीदा प्रत्याशी के चुनाव चिह्न के आगे बटन दबा दिया।
नगर निकाय चुनाव में 14.49 लाख मतदाता हैं। इसमें से पुरुषों की संख्या 7.85 लाख और 6.64 लाख हैं। मतदान प्रतिशत भले ही कम रहा हो, लेकिन महिलाओं ने भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी समझी। बूथ पर पति-सास और अन्य परिजनों के साथ आए और मतदान किया।
विकास के लिए वोट
ट्रांसयमुना कॉलोनी निवासी कृतिका गोयनका ने बताया कि अपनी कॉलोनी-मोहल्ले के विकास के लिए मैंने वोट दिया है। परिवार में प्रत्याशियों पर चर्चा कर एकमत राय भी बनी, लेकिन मैंने प्रत्याशी की छवि देखकर खुद की पसंद के प्रत्याशी को वोट दिया है।
मेरी राय अलग थी
दुर्गा नगर, नुनिहाई निवासी रेखा त्यागी ने बताया कि घरों में बड़े-बुजुर्ग और पति चुनाव में किसे वोट देना है, ये तय कर बता देते हैं। हमारे क्षेत्र की समस्याओं का कौन समाधान कराएगा, कौन प्रत्याशी सक्रिय है, इस पर मेरी अलग राय थी और पसंदीदा प्रत्याशी को वोट दिया है।
मन की बात सुनी
ट्रांसयमुना कॉलोनी निवासी अनामिका सिंह ने बताया कि घर-परिवार के फैसलों पर तो पति और बड़ों की बात को तवज्जो देती हूं। मतदान में तो मैं अपने मन की सुनती हूं। वार्ड में खड़े हुए सभी प्रत्याशियों के पेंफलेट पढ़े, उसकी व्यक्तिगत छवि क्या है, इसका आकलन कर वोट दिया है।
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