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आगरा. (ब्यूरो) सर, मेरी बेटी प्राइमरी क्लासेज में स्टडी कर रही है लेकिन उसका पिछले साल का एक से डेढ़ लाख रुपए आया है. इसके बाद भी इन स्कूल वालों का पेट नहीं भरा है फिर से दस फीसदी फीस बढ़ा डाली है. एक मिडिल क्लास फेमिली के लिए इतनी महंगी पढ़ाई को झेल पाना मुश्किल होता है, पूरी साल का बजट गड़बड़ा जाता है. इसके अलावा स्कूल फी बुक के साथ 11 सौ रुपए का कलेंडर दिया जा है जिसमें हिंदू पर्व का नाम तक नहीं है. समझ नहीं आता है कि स्कूल प्रबंधन कलेंडर दे रहा है या सिलेंडर. यह कोई एक पेरेंट्स का रोना नहीं है हर उस मिडिल क्लास आदमी का है जो अपनी कमाई की मोटी रकम स्कूल एजुकेशन के नाम पर खर्च करते हैं. इसके अलावा ई- सर्विस के नाम पर भी दो से तीन हजार रुपए वसूले जाते हैं. अब बच्चे की बुक्स और बढ़ी फीस में राहत की मांग कर रहे थे. प्रदर्शन में सात सूत्रीय मांगों को लेकर अधिकारियों के समक्ष रखा गया, इस संबंध में फिलहाल आश्वासन दिया गया है.
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