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अमापुर। शासन प्रशासन द्वारा 17 सितंबर से 2 अक्तूबर तक स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन ग्राम नादरमई और भाऊपुर में स्वच्छता पखवाड़ा में भी सफाई नहीं हो पा रही है। गदंगी से ग्रामीण परेशान हैं। संक्रामक रोगों के फैसलने की आशंका भी उत्पन्न हो गई है।
स्वच्छता पखवाड़ा में जागरूकता के लिए जनप्रतिनिधियों ने विद्यालय एवं ग्राम प्रतिनिधियों के सहयोग से रैलियां निकालकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रहे हैं। इस स्वच्छता अभियान का उद्देश्य है के हर जगह सफाई हो जिससे बीमारियां न फैल सके। लेकिन इसका असर ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं दिख रहा है। गांवों में सफाई न होने से जगह जगह गंदगी और नालियां न होने गंदे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। जिससे बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है।
स्वच्छता अभियान सिर्फ शपथ में सिमट कर रह गया है। कई ग्रामों में तो सफाई कर्मी नहीं पहुंचता है। जगह-जगह गंदगी से ग्रामीण परेशान है। – डॉक्टर मुन्नालाल। गांव भाऊपुरा में कई जगह कूड़े के ढेर एवं जल भराव की स्थिति है। यही स्वच्छता अभियान भी कार नहीं हुआ है। – छविराम शाक्य।
गांव के सभी जनप्रतिनिधियों एवं सचिव को स्वच्छता पखवाड़े के संबंध में स्वच्छता के लिए शपथ दिलाई गई है। स्व्च्छता के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान व सचिव ग्रामों में स्वच्छता पर ध्यान दें। – रामनिवास, एडीओ पंचायत कासगंज।
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