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मैनपुरी। जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं अब बदलने जा रही हैं। मरीजों को इमरजेंसी से स्ट्रेचर पर इंडोर में ले जाते समय झटके नहीं लगेंगे। सीएमएस के पत्र का संज्ञान लेने के बाद शासन ने सीसी सड़क की मंजूरी दे दी है। शासन से संस्था यूपीपीसीएल को निर्माण कार्य की जिम्मेदारी सौंपी है।
महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल की इमरजेंसी से इंडोर वार्ड की दूरी लगभग 400 मीटर हैं। इसमें 300 मीटर की दूरी अस्पताल की टूटी इंटरलॉक की सड़क से होकर गुजरनी पड़ती है। मरीजों को इमरजेंसी से इंडोर वार्ड ले जाते समय रास्ते में झटके लगते हैं। इसके चलते कभी-कभी मरीज के गिरने का खतरा भी बढ़ जाता है। एक आदमी स्ट्रेचर से भी मरीज को इंडोर तक नहीं पहुंचा पाता है। सीएमएस डॉ. मदनलाल ने इसको लेकर एक पत्र शासन को लिखा था। शासन ने सीएमस के पत्र का संज्ञान लेने के बाद कार्य के लिए अनुमति दे दी। शासन संस्था यूपीपीसीएल को अस्पताल में सीसी सड़क निर्माण और अन्य व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी है।
पिछले तीन दिनों से यूपीपीसीएल के अधिकारी जिला अस्पताल में डेरा डाले हुए हैं। उनके द्वारा सीएमएस के साथ लगातार निर्माण कार्य को लेकर बैठक की जा रही है। सीएमएस डाॅ. मदनलाल ने बताया कि यूपीपीसीएल अस्पताल में सीसी सड़क का निर्माण कराएगी। इसके साथ ही जिन कमरों में टायल्स नहीं हैं वहां टायल्स भी लगवाए जाएंगे। सीएमएस ने बताया कि निश्चित ही अस्पताल की व्यवस्था में सुधार होगा।
अस्पताल के जेई के साथ आज होगा चिह्नांकन
यूपीपीसीएल के जेई बुधवार को जिला अस्पताल के जेई के साथ सीसी सड़क व अन्य निर्माण कार्य के लिए जगह का चिह्नांकन करेंगे। इसके बाद निर्माण कार्य की आगे की कार्यवाही शुरू होगी।
सभी विभागों के लिए बनेंगे रैंप
इसके साथ ही जिला अस्पताल में सभी विभागों के लिए रैंप का निर्माण भी होगा। दंत रोग विभाग, नेत्र रोग विभाग, सीनियर सिटीजन वार्ड आदि में मरीजों की सुविधा को देखते हुए रैंप का निर्माण कराया जाएगा। अभी तक यहां सीढि़यां ही हैं। इसके चलते दिव्यांग मरीजों को डॉक्टर के पास पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
अस्पताल के विकास के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। इस पर शासन ने मंजूरी दे दी है। यूपीपीसीएल को निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है।
डाॅ. मदनलाल, सीएमएस
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