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मैनपुरी। शुक्रवार शाम को कुरावली और एटा से बरामद नकली दवाओं में स्टेरॉइड से लेकर एंटीबायोटिक तक सब कुछ नकली था। इनमें मुख्य रूप से वे दवाएं शामिल थीं, जिनकी मांग वर्तमान में अधिक है। ये सभी दवाएं ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर ही थीं। टीम ने नकली दवाओं के दस नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद न्यायालय में मुकदमा भी दायर किया जाएगा। सचिन मेडिकल स्टोर कुरावली और एटा में नेमीनाथ मेडिकल स्टोरे बावसा पर औषधि निरीक्षकों की टीम ने छापा मारा तो उनके होश उड़ गए। स्टेरॉइड डिकेडराबोलिन इंजेक्शन का यहां बड़ा स्टॉक था। ये दवा आमतौर पर लाइसेंस धारक मेडिकल स्टोर संचालक भी बेचने से बचते थे। दरअसल इसका पूरा ब्योरा रजिस्टर में रखना पड़ता है। लेकिन जब टीम ने पैकिंग और लॉट नंबर चेक किए तो सभी पर अलग-अलग थे। जानकारी जुटाने पर ये साबित हो गया कि ये स्टेरॉइड इंजेक्शन भी नकली है।
वहीं इसी तरह एंटीबायोटिक इंजेक्शन मोनोसेफ-ओे और जिफी टैबलेट भी नकली पाई गई। वर्तमान में बदलते मौसम की बीमारियों में एंटीबायोटिक की मांग अच्छी है। इसी के चलते बाजार में नकली एंटीबायोटिक खपाने की तैयारी थी।
इसके अलावा प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन भी टीम ने कार्रवाई के दौरान बरामद किया। सभी दवाओं के कुल दस नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद विक्रेताओं के विरुद्ध न्यायालय में भी मुकदमा दायर किया जाएगा। इसके साथ ही जिन नामी कंपनियों की नकली दवाएं मिली हैं, उन्हें भी नोटिस भेजकर इसकी जानकारी दी जाएगी। साथ ही उन्हें अपना पक्ष रखने का भी मौका दिया जाएगा।
नकली दवाओं के व्यापार की खंगाली जा रही जड़ें
जिले में नकली दवाओं का व्यापार सामने आने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की नींद भी टूट गई है। अब मैनपुरी, फिरोजाबाद, एटा और इटावा समेत आसपास के जिलों में औषधि निरीक्षक सक्रिय हो गए हैं। अब नकली दवाओं के व्यापार की जड़े खंगाली जा रही हैं। सूत्रों के अनुसार आगरा से ये नकली दवाओं का कारोबार चलने की सूचना मिल रही है। जल्द ही टीम बड़ी कार्रवाई कर सकती है।
ये दवाएं की गईं बरामद कुरावली और एटा में छापा मारकर बरामद की गई दवाओं में डिकेडराबोलिन इंजेक्शन, पैंटॉप डीएसआर कैप्सूल, मोनोसेफ ओ इंजेक्शन, जिफी टैबलेट, क्लेवाम 625 टैबलेट, डाइक्लेफेनेक इंजेक्शन, प्रतिबंधित ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन आदि।
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