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संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Fri, 01 Dec 2023 12:21 AM IST
कासगंज। स्कूल से बच्चे को लेकर चले स्कूल वाहन के घर पहुंचने में देरी होने पर अभिभावकों की अब चिंता नहीं बढ़ेगी। स्कूल वाहन उनके बच्चों को कहां तक लेकर पहुंचा है इसकी जानकारी उन्हें जीपीएस (ग्लोबल पोजिशन सिस्टम) के माध्यम से हो जाएगी। सभी स्कूली वाहनाें में जीपीएस लगवाए जा रहे हैं। जीपीएस लगने के बाद ही स्कूल के वाहनों को फिटनेस सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। जिले में अब तक 97 वाहन जीपीएस से लैस हो चुके हैं।जाम सहित अन्य कारणों के चलते अक्सर स्कूल के वाहन बच्चों को लेकर देरी से घरों तक पहुंचते हैं। कई बार जाम के कारण वाहन लेट होते हैं, तो कभी वाहन चालक दूसरे रास्तों से होकर बच्चों को ले जाता है तो देरी होती हैं। ऐसी स्थिति में अभिभावकों की चिंता बढ़ जाती है। अब शासन के निर्देश उनकी चिंता कम करने वाले हैं। इसके तहत स्कूली वाहनों में जीपीएस लगाया जा रहा है। इसके बाद स्कूली वाहन को दूसरे मार्ग ले जाया गया या फिर जाम में बस फंसी तो स्कूल वाहन की लोकेशन बच्चों के अभिभावकों को पता लग जाएगी। अभिभावक वाहनों की लोकेशन ट्रेस कर सकेंगे। जनपद के एआरटीओ कार्यालय में 122 स्कूली वाहन पंजीकृत हैं। जिनमें 97 स्कूली वाहनों में जीपीएस लगाया जा चुका है। शेष स्कूली वाहनों में भी जीपीएस लगवाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। बिना जीपीएस के फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दिया जाएगा।
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