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कासगंज। गंजडुंडवारा के राजपुर कुर्रा में में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से तीन बच्चों की जान चली गई, लेकिन बच्चों के सिर से खतरा अभी टला नहीं है। 2604 बच्चों पर 12 जानलेवा बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। नियमित टीकाकरण से ये बच्चे वंचित रह गए। गंजडुंडवारा अधीक्षक को चेतावनी के बाद भी क्षेत्र में टीकाकरण में सुधार के लिए कोई कार्य नहीं किया गया। यह लापरवाही एक साल से चली आ रही है।
शासन से बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने और गर्भवती महिलाओं पर गर्भ के दौरान होने वाले खतरों नियमित टीकाकरण अभियान चलाया जाता है। एएनएम अपने क्षेत्र में माह के प्रत्येक बुधवार और शुक्रवार को बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को टीके लगाती है। जिले में बच्चों में फैलने वाली बीमारियों के मामले में गंजडुंडवारा विकास क्षेत्र सबसे अधिक संवेदनशील माना जाता है। गंगा की तराई का इलाका होने के कारण इस क्षेत्र में बच्चे जल्दी बीमारियों की चपेट में आते हैं।
नियमित टीकाकरण के लिए वर्ष 2022-23 में 3078 सत्र लगाए जाने थे, लेकिन गंजडुंडवारा में नियमित टीकाकरण के 2885 सत्र ही आयोजित किए गए। सत्र पूरे न लगने से इसका असर बच्चों और गर्भवती महिलाओं को लगने वाले टीकों पर पड़ा। एक साल में 7270 बच्चों को टीके लगाए जाने थे, लेकिन 4636 बच्चे ही टीकाकरण से प्रतिरक्षित हो सके। इसी तरह 8513 गर्भवती महिलाओं को टीडी के टीके लगने थे। इसमें से 4526 महिलाओं को टीके की पहली डोज लगी। टीडी -2 व बूस्टर डोज का हाल भी बेहाल रहा।
क्षेत्र में टीकाकरण में होने वाली लापरवाही के लिए सीएमओ, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी स्तर से अधीक्षक को पत्र भी लिखे गए, लेकिन उन पत्रों को गंभीरता से नहीं लिया गया। ग्राम राजेपुर कुर्रा में खसरा फैलने एवं तीन बच्चों की मौत हो जाने के बाद विभाग के सर्व में 123 बच्चे नियमित टीकाकरण से वंचित निकले। फरवरी माह में इस क्षेत्र के गांव रामताल, नगला मेहरी, मुमताज अली नगला में खसरे के मामले सामने आने के बाद खसरा, रूबेला की स्थिति खराब पाई गई। इसके लिए भी अधीक्षक को चेतावनी दी गई और अतिरिक्त खुराक से बच्चों को आच्छादित करने के निर्देश दिए गए।
इन बीमारियों से बच्चों को बचाते हैं टीके
काली खांसी, टिटनेस, हेपेटाइटस-बी, हिब(निमोनिया), गल घोंटू, पोलियो, दस्त, टीबी, खसरा, रतौंधी,रुबेला, रोटावायरस गंजडुंडवारा में नियमित टीकाकरण में लापरवाही के मामले सामने आएं हैँ। ग्राम राजेपुर कुर्रा में भी खसरा सहित अन्य बीमारियों के टीके न लगने के मामले सामने आए हैँ। जिसके चलते आशा एवं एएनएम पर कार्रवाई की जा चुकी है- डा. अवध किशोर प्रसाद, सीएमओ1 रिपोर्ट मनोज माहेश्वरी
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