[ad_1]
कासगंज। कांवड़ भरने आने वाले शिव भक्त डाक कांवड़िये सड़क मार्गों से लेकर कछला गंगाघट तक खतरों के खिलाड़ी बने नजर आ रहे हैं। यह कांवड़िये इतने उत्साहित थे कि वे तरह-तरह से स्टंट कर रहे थे। यह स्टंट कांवड़ियों व अन्य राहगीरों के लिए खतरनाक भी हो सकते थे। उत्साह में डूबे कांवड़ियों को इसकी परवाह नहीं थी, लेकिन आप ऐसा न करें। क्योंकि इसमें जान का जोखिम है। जान को खतरे में न डालें।सड़क पर डाक कांवड़ियों की बाइकें तेज गति से दौड़ती नजर आईं। 3 कांवड़िये तो आमतौर पर सभी बाइकों पर नजर आ रहे थे, लेकिन कुछ बाइकों पर 4-5 कांवड़िये भी सवार नजर आए। एक बाइक पर तो 5 कांवड़िये जा रहे थे। 4 कांवड़िये बाइक की सीट पर टिके हुए थे तो पांचवां कांवड़िया दूसरे बाइक सवार के कंधे पर बैठा था। जो कोई भी इस नजारे को देख रहा था, दांतों तले उंगली दबाकर रह गया। क्योंकि ऐसी बेपरवाही की उम्मीद नहीं की जा सकती।
वहीं, तमाम वाहनों पर डीजे लगे हुए थे और डीजे की छत पर कांवड़िये सवार थे। तो कुछ वाहनों पर चारपाई बंधी हुई थी। इन वाहनों के ऊपर रखी चारपाइयों पर कांवड़िये बैठे हुए थे। नाचते-गाते कांवड़ियों की टोलियां मार्ग पर आती-जाती नजर आ रहीं थीं। कछला गंगा घाट पर भी कांवड़िये उत्साहित नजर आए। गंगा स्नान के दौरान गंगा में कांवड़िये स्टंट कर रहे थे। कांवड़ियों की टोलियां हाथों से पिरामिड बनाकर ऊंचाई तक चढ़ते और फिर छलांग लगा देते। नाव की छत पर चढ़कर भी उत्साहित युवा स्टंट कर रहे थे। यह सभी स्टंट बेहद खतरनाक थे, जिनमें जान का जोखिम था। लोगों को सलाह है कि वे ऐसा कतई न करें। जिनसे जान का जोखिम खड़ा हो।
सोमवती अमवस्या और श्रावण मास में पुलिस प्रशासन ने विभिन्न मार्गों, प्रमुख चौराहा, तिराहा समेत गंगा घाटों पर पुलिस कर्मी व गोताखोर की ड्यूटी लगा रखी है, लेकिन अपनी ड्यूटी पर तैनात किसी ने स्टंट कर रहे युवाओं को न तो रोकने की कोशिश की न ही उन्हें ऐसा न करने की चेतावनी ही दी।
[ad_2]
Source link