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संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Wed, 06 Dec 2023 11:48 PM IST
कासगंज/ गंजडुंडवारा/ अमांपुर। जिले में रविवार को हुई बारिश के बाद यूरिया की मांग अचानक बढ़ गई है। सहकारी समितियों पर खाद को लेकर मारामारी मची हुई है। बुधवार को दो घंटे में ही सहकारी समितियों का स्टॉक समाप्त हो गया। काफी संख्या में किसान बिना यूरिया लिए ही वापस लौटने को मजबूर हो गए। डीएपी के संकट से परेशान रहे किसान के सामने अब यूरिया का संकट है। सहकारी समितियों पर खाद की उपलब्धता होते ही किसान खाद के लिए समितियों पर पहुंच गया। समितियों पर डीएपी की मांग कम रही, जबकि यूरिया की मांग अधिक रही। सहकारी क्रय विक्रय समिति कासगंज द्वितीय पर एक हजार बोरी यूरिया की उपलब्धता कराई गई। दोपहर 12 बजे तक यूरिया की खाद खत्म हो गई। जबकि डीएपी उपलब्ध मिली। जिससे यूरिया लेने आए किसान वापस लौटने को मजबूर हो गए। गंजडुंडवारा की तीन समितियों पांच सौ पांच बोरी यूरिया की उपलब्धता कराई गई। इन समितियों पर सुबह से ही यूरिया के लिए किसानों की लाइन लग गई। दोपहर 12 बजे तक तीनों समितियों पर यूरिया समाप्त हो गई। जिससे बाद में आने वाले किसान वापस लौटने को मजबूर हो गए।अमांपुर में सहकारी समिति पर 600 बोरी यूरिया की आई। सुबह 8 बजे से गोदाम पर किसानों की भीड़ लगना शुरू हो गई। केंद्र पर सुबह से शाम तक यूरिया खाद लेने के लिए किसानों की काफी भीड़ लगी रही। घंटों तक लाइनों में लगे होने के बाद भी अधिकांश किसानों को खाद नहीं मिल सकी। तीन यूरिया की बोरी लेने पर केंद्र प्रभारी नैनो यूरिया के रूप में लगेज देते रहे।
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