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करहल। कस्बा में नगर पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जे की जांच करने शनिवार को एसडीएम के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम पहुंचीं। टीम ने यहां हुए निर्माण को देखने के साथ ही नक्शा भी खंगाला। मामले में करहल के चेयरमैन प्रतिनिधि की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसके बाद ये कार्रवाई शुरू की है।
करहल निवासी चेयरमैन प्रतिनिधि संजीव यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक शिकायत भेजी थी। इसमें कहा था कि नगर पंचायत की बेशकीमती भूमि पर नगर निवासी आजम खां ने अवैध कब्जा कर लिया है। तालाब की इस भूमि पर न केवल मैरिज होम और भवन बनाए गए बल्कि दुकानों का निर्माण भी हुआ। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर नोटेरी कर इस भूमि को फर्जी तरीके से बेच दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लेकर जिला प्रशासन को कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसी के चलते शनिवार को एसडीएम करहल गोपाल शर्मा के नेतृत्व में एक टीम जांच करने के लिए पहुंची। टीम ने कस्बा के ईदगाह के पास स्थित इस जमीन की जांच पड़ताल की। राजस्व टीम की मदद से अधिकारियों ने नक्शा आदि निकलवाकर नगर पंचायत की जमीन के बारे में जानकारी जुटाई। इसके साथ ही इस भूमि पर काबिज लोगों से भी अभिलेख आदि मांगे। लगभग दो घंटे तक यहां जांच के बाद टीम वापस लौट गई। लेकिन अभी जांच पूरी नहीं हो पाई है, जल्द ही फिर से टीम मौके पर पहुंचकर जांच करेगी। टीम में तहसीलदार अभयराज पांडेय, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत प्रभात रंजन और लेखपाल आदि शामिल रहे। एसडीएम गोपाल शर्मा ने बताया कि जांच की जा रही है। जांच के बाद कब्जा हटवाया जाएगा।
40 बीघा से अधिक है भूमि
मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायतीपत्र में चेयरमैन प्रतिनिधि संजीव यादव ने बताया कि नगर पंचायत की ये जमीन गाटा संख्या 1838 और 1872 में दर्ज है। इसका रकबा 40 बीघा से भी अधिक है। वैसे तो ये नगर पंचायत की भूमि है, लेकिन वर्तमान में ये बेशकीमती भूमि अवैध कब्जेदारों के चंगुल में है। अगर नगर पंचायत को ये जमीन मिल जाए तो नगर पंचायत की आय भी बढ़ जाएगी।
करहल। कस्बा में नगर पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जे की जांच करने शनिवार को एसडीएम के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम पहुंचीं। टीम ने यहां हुए निर्माण को देखने के साथ ही नक्शा भी खंगाला। मामले में करहल के चेयरमैन प्रतिनिधि की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसके बाद ये कार्रवाई शुरू की है।
करहल निवासी चेयरमैन प्रतिनिधि संजीव यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक शिकायत भेजी थी। इसमें कहा था कि नगर पंचायत की बेशकीमती भूमि पर नगर निवासी आजम खां ने अवैध कब्जा कर लिया है। तालाब की इस भूमि पर न केवल मैरिज होम और भवन बनाए गए बल्कि दुकानों का निर्माण भी हुआ। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर नोटेरी कर इस भूमि को फर्जी तरीके से बेच दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लेकर जिला प्रशासन को कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसी के चलते शनिवार को एसडीएम करहल गोपाल शर्मा के नेतृत्व में एक टीम जांच करने के लिए पहुंची। टीम ने कस्बा के ईदगाह के पास स्थित इस जमीन की जांच पड़ताल की। राजस्व टीम की मदद से अधिकारियों ने नक्शा आदि निकलवाकर नगर पंचायत की जमीन के बारे में जानकारी जुटाई। इसके साथ ही इस भूमि पर काबिज लोगों से भी अभिलेख आदि मांगे। लगभग दो घंटे तक यहां जांच के बाद टीम वापस लौट गई। लेकिन अभी जांच पूरी नहीं हो पाई है, जल्द ही फिर से टीम मौके पर पहुंचकर जांच करेगी। टीम में तहसीलदार अभयराज पांडेय, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत प्रभात रंजन और लेखपाल आदि शामिल रहे। एसडीएम गोपाल शर्मा ने बताया कि जांच की जा रही है। जांच के बाद कब्जा हटवाया जाएगा।
40 बीघा से अधिक है भूमि
मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायतीपत्र में चेयरमैन प्रतिनिधि संजीव यादव ने बताया कि नगर पंचायत की ये जमीन गाटा संख्या 1838 और 1872 में दर्ज है। इसका रकबा 40 बीघा से भी अधिक है। वैसे तो ये नगर पंचायत की भूमि है, लेकिन वर्तमान में ये बेशकीमती भूमि अवैध कब्जेदारों के चंगुल में है। अगर नगर पंचायत को ये जमीन मिल जाए तो नगर पंचायत की आय भी बढ़ जाएगी।
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