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संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Wed, 26 Apr 2023 11:49 PM IST
कासगंज। निकाय चुनाव की सरगर्मियां नामांकन करने के बाद से तेज हो गई हैं। भाजपा ने जिले की 8 निकायों में अपने प्रत्याशी उतारे हैं। वहीं भाजपा का टिकट पाने से वंचित रहे भाजपा के नेता तीन निकायों पर निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में उतर गए हैं। ये बागी प्रत्याशी भाजपा प्रत्याशियों का गणित बिगाड़ेंगे। इस चुनौती को देखते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता बागी नेताओं को समझाने में जुटे हैं।
कासगंज नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने पूर्व पालिकाध्यक्ष राजेंद्र बौहरे की पत्नी मीना बौहरे को प्रत्याशी बनाया है। इस टिकट पर पूर्व पालिकाध्यक्ष डॉ. शशिलता चौहान का बड़ा दावा रहा। वह पिछले काफी समय से चुनाव की तैयारी कर रहे थी। टिकट की रेस में भी वह आगे रहीं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया। जिससे आहत होकर डॉ. शशिलता चौहान निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में उतर गईं। उन्हें सपा ने अपने समर्थन का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि डॉ. चौहान भाजपा प्रत्याशी को कड़ी चुनौती देगी। उधर गंजडुंडवारा नगरपालिका में भाजपा ने निवर्तमान चेयरमैन संजीव महाजन को फिर से प्रत्याशी बनाया है। यहां संघ और भाजपा से चार पीढि़यों से जुड़े सुभाष चंद्र गुप्ता के पुत्र आशीष गुप्ता ने टिकट के लिए दावा किया था। वह और उनका परिवार पार्टी से लंबे समय से जुड़ा है। उन्हें टिकट के लिए वरिष्ठ नेताओं के आश्वासन भी मिले, लेकिन टिकट नहीं मिली। आशीष गुप्ता और उनके समर्थक इस बात से आहत हैं। अब वह निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसी ही स्थिति नगर पंचायत सिढ़पुरा में है। यहां निवर्तमान चेयरमैन कंचन गुप्ता को भाजपा ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया। उनके स्थान पर भाजपा ने कामिनी गुप्ता को प्रत्याशी घोषित किया है। जिससे कंचन गुप्ता और उनके समर्थक आहत हैं। कंचन भी निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में हैं। जो भाजपा प्रत्याशी को चुनौती बन सकती हैं।
– पार्टी का टिकट किसी एक को ही मिल सकता है। जो लोग संगठन से जुड़े हैं और चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें पार्टी के हित में समझाया जा रहा है। निरंतर सभी से संपर्क में हैं। भाजपा पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ रही है। केपी सिंह सोलंकी, भाजपा जिलाध्यक्ष
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