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टूंडला। भारतीय किसान यूनियन भानू द्वारा जिलाध्यक्ष का निलंबन करने के कुछ घंटों बाद बहाली का विरोध करना किसान यूनियन के पदाधिकारियों को महंगा पड़ गया। संगठन विरोधी मानसिकता एवं अनुशासनहीनता के आरोप में राष्ट्रीय अध्यक्ष भानूप्रताप सिंह भानू ने राष्ट्रीय सचिव समेत तीन पदाधिकारियों को संगठन से बाहर का रास्ता दिखा दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने कुछ दिनों पहले ही जिलाध्यक्ष मुनेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मंसुख पहलवान को संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ अभद्रता से पेश आने के आरोपों के चलते निष्कासित किया था, लेकिन कुछ ही घंटों बाद उन्हें संगठन में पुन: जिलाध्यक्ष के पद की जिम्मेदारी दे दी गई। इस बात का संगठन में विरोध शुरू होने लगा था। बुधवार को बिना जानकारी दिए राष्ट्रीय सचिव जीत कमल सोलंकी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री कौशल किशोर उपाध्याय, प्रदेश महासचिव संजय शर्मा ने फिरोजाबाद में बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पदाधिकारियों को संगठन विरोधी बातें करते हुए भड़काने का प्रयास किया गया था। जिससे संगठन की छवि धूमिल हो रही थी। राष्ट्रीय अध्यक्ष भानू ने संगठन के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने के चलते तीनों पदाधिकारियों को संगठन से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
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