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मैनपुरी। जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मशीनों और उपकरणों की कोई कमी नहीं है लेकिन इन मशीनों को चलाने और उनकी रिपोर्ट देखने के लिए चिकित्सक और कर्मचारी की तैनाती नहीं है। जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट और ऑपरेटर की कमी के कारण अल्ट्रासाउंड, ईसीजी और हेल्थ एटीएम शोपीस बने हुए हैं। विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि अस्पताल में मशीनें और व्यवस्थाएं तो बढ़ाई जा रही हैं, लेकिन जब तक संबंधित मशीनों को चलाने के लिए चिकित्सक और ऑपरेटर नहीं होंगे तब तक जनता को उसका लाभ कैसे मिल सकता है।
केस नंबर-एक
हेल्थ एटीएम मशीन
पांच दिन पहले ही जिला अस्पताल की इमरजेंसी में हेल्थ एटीएम की स्थापना की गई है। भले ही हेल्थ एटीएम से आदमी अपनी जांचें स्वयं करेगा। लेकिन हेल्थ एटीएम पर बिना ऑपरेटर के कुछ जांचें संभव नहीं हैं। शुगर और ब्लड की जांच के लिए यहां स्ट्रिप की जरूरत होगी। यह स्ट्रिप यहां तैनात कर्मचारी ही दे सकता है। स्ट्रिप उपलब्ध न होने के कारण दो दिनों से यहां शुगर और ब्लड की जांच नहीं हो पा रही है। वहीं हेल्थ एटीएम में कागज की रॉल समाप्त होने के कारण जांच स्लिप भी नहीं निकल पा रही है। यदि यहां ऑपरेटर की तैनाती होगी तभी ये सारी व्यवस्थाएं सुचारू रह सकती हैं।
केस नंबर-दो
अल्ट्रासाउंड मशीन
जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था है, लेकिन जांच के लिए यहां रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं है, जिसके चलते जिला अस्पताल आने वाले मरीजों को अल्ट्रासाउंड का लाभ नहीं मिल पा रहा है। मरीज बाहर से अल्ट्रासाउंड कराने का मजबूर हैं। यही नहीं रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती न होने के कारण अस्पताल में पूर्व में स्थापित की गई सीटी स्कैन मशीन पूरी तरह से खराब हो चुकी है। जबकि डेढ़ लाख की लागत से इस मशीन की स्थापना सपा सरकार में कराई गई थी। रेडियोलॉजिस्ट की कमी के चलते अन्य व्यवस्थाएं भी प्रभावित हो रही हैं।
केस नंबर- तीन
ईसीजी मशीन
जिला अस्पताल में ईसीजी मशीन की व्यवस्था है। ईसीजी की जरूरत हृदयरोग के मरीजों के लिए पड़ती है। लेकिन जिला अस्पताल में हृदयरोग चिकित्सक की तैनाती सात साल से नहीं है। ऐसे में ईसीजी मशीन की जांच को कन्फर्म करने वाला भी कोई नहीं है। बिना हृदयरोग विशेषज्ञ के ईसीजी की जांच रिपोर्ट की जानकारी कौन दे। ईसीजी मशीन को चलाने के लिए एक कर्मचारी रखा गया है लेकिन वह जांच रिपोर्ट कन्फर्म नहीं कर सकता। इसलिए यह मशीन भी शोपीस ही बनी हुई है।
– रेडियोलॉजिस्ट और कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती के लिए कई बार शासन और विभाग को पत्र लिखे गए लेकिन कोई व्यवस्था नहीं हो सकी। एक बार फिर से पत्र लिखा जा रहा है। हेल्थ एटीएम पर शीघ्र ऑपरेटर की तैनाती की जाएगी।
डॉ. मदनलाल सीएमएस
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