[ad_1]
Agra News: बिचपुरी एसटीपी ठप, नहर में डाला सीवर
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
उत्तर प्रदेश के आगरा में 15 दिन से बंद चल रहे 36 एमएलडी बिचपुरी सदरवन एसटीपी के कारण आवास विकास, शास्त्रीपुरम, बोदला, शाहगंज क्षेत्र में सीवर सड़कों पर भरा है। वहीं जलनिगम की सी एंड डीएस इकाई ने मोटरें खराब होने पर सीवर ट्रीटमेंट की जगह बाईपास कर नहर में छोड़ दिया है। एसटीपी से कीचड़ और काला दुर्गंध वाला सीवर नहर में छोड़ने से पूरे क्षेत्र में बदबू फैल गई है। जिन किसानों के खेत एसटीपी और नहर के पास हैं, वह सिंचाई के लिए इसका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे।
बिचपुरी एसटीपी को एडीए ने जलकल विभाग को हैंडओवर किया। इसका संचालन कागजों पर जलनिगम की सी एंड डीएस इकाई कर रही है, लेकिन 15 दिनों से इसकी पांचों पंपिंग मोटरें खराब पड़ी थीं।
दो मोटरों को नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने वीए टेक वबाग कंपनी से ठीक कराकर चालू कराया, पर बाकी तीन अब भी खराब हैं। इस वजह से पंपिंग स्टेशन से एसटीपी को पहुंच रहे पानी को ट्रीटमेंट की जगह सीधे नहर में छोड़ दिया गया है। पूरी क्षमता से पंपिंग न होने के कारण सुबह और शाम को सड़कों पर मैनहोल से सीवर उफन रहा है।
15 दिनों से ठप हैं कनेक्शन का काम
जलनिगम की निर्माण इकाई शास्त्रीपुरम क्षेत्र में सीवर लाइन बिछा चुकी है, पर इसके कनेक्शन 15 दिनों से ठप पड़े हुए हैं। निर्माण इकाई के प्रोजेक्ट मैनेजर स्वतंत्र सिंह ने बताया कि सीवर मैनहोल ऊपर तक भरे होने के कारण कनेक्शन का काम ठप पड़ा हुआ है। शास्त्रीपुरम की सीवर लाइन बिचपुरी लाइन में ही जोड़नी है। पंपिंग शुरू हो और एसटीपी चले, तब वह काम करा सकेंगे। सी एंड डीएस की लापरवाही की वजह से आठ हजार कनेक्शन का काम रुका हुआ है।
36 एमएलडी एसटीपी और पंपिंग स्टेशन को जलनिगम सी एंड डीएस इकाई को संचालन के लिए दिया गया है, पर इसमें लापरवाही बरती गई है। जितने दिन एसटीपी और पंपिंग स्टेशन बंद रहा है, उतने दिनों तक भुगतान में कटौती के साथ जुर्माना लगाया जाएगा। -कुलदीप सिंह, महाप्रबंधक, जलकल
जलनिगम के अधिकारी एसटीपी की मशीनें खराब होने पर बाईपास कर नहर के पानी में सीवर छोड़ रहे हैं। यह जल प्रदूषण का मामला है। यह मामला एनजीटी के समक्ष रखा जाएगा। लोगों के स्वास्थ्य के साथ यह खिलवाड़ है। -डॉ. शरद गुप्ता, पर्यावरणविद, याचिकाकर्ता
आवास विकास, बोदला, शास्त्रीपुरम क्षेत्र से सीवर उफनाने की शिकायतें आ रही हैं। जलकल के अधिकारियों ने बताया है कि एसटीपी और पंपिंग स्टेशन बंद पड़े हैं। संचालन करने वाले जलनिगम के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराई जाएगी। -हेमलता दिवाकर, मेयर
एडीए पर दो करोड़ रुपये का जुर्माना
जलनिगम की सी एंड डीएस इकाई ने नहर में ट्रीटमेंट की जगह सीवर को सीधे ही छोड़ दिया है। ऐसे ही एक मामले में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने आगरा विकास प्राधिकरण पर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। रजरई, शमसाबाद रोड की कॉलोनियों में भी सीवर खुले मैदान और नालियों में छोड़ दिया गया।
इस पर नालंदा टाउन के निवासी ने दायर याचिका पर एनजीटी ने एडीए पर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया तो बाद में एडीए ने नालंदा टाउन के डेवलपर पर ढाई करोड़ रुपये का जुर्माना इस मामले में लगाया। इसके बाद ही यूपीपीसीबी, एडीए, नगर निगम की संयुक्त टीम ने 63 कालोनियों में सर्वे किया।
[ad_2]
Source link