[ad_1]
नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत कराई जा रही पढ़ाई (सांकेतिक फोटो)
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
उत्तर प्रदेश के आगरा में बेसिक शिक्षा विभाग छह से 14 साल के बच्चों को ही नहीं बल्कि 15 साल से अधिक आयु वर्ग वालों को भी अब पढ़ाएगा। जिले के हर व्यक्ति को साक्षर बनाने के साथ जीवन कौशल विकसित किया जाएगा ताकि रोजमर्रा के काम के लिए किसी पर निर्भर न रहें। नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत अक्षर ज्ञान से वंचित 15 वर्ष से अधिक उम्र वालों को पढ़ाया जाएगा।
इस अभियान में पहले उन लोगों का पंजीकरण किया जाएगा जो पढ़ने के लिए इच्छुक हों। ऐसे करीब एक हजार लोगों की परीक्षा हो चुकी है। इसमें आवेदकों का शब्द, अंक व व्यवहारिक ज्ञान का स्तर जाना गया। नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के लिए ब्लॉक से लेकर स्कूलों तक जिम्मेदारी तय की जाएगी।
यह भी पढ़ेंः- साइकोलॉजिस्ट निकला शैतान: बच्चों को अकेले कमरे में बुलाता…फिर दर्द से चीख उठते मासूम, सामने आया खौफनाक सच
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि एनआईएलपी में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के साथ जीवन कौशल शामिल हैं। यू डायस के तहत पंजीकृत सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में स्वयं सेवकों के माध्यम से योजना का संचालन किया जाएगा।
यह भी पढ़ेंः- कातिल साली: जीजा के भाई से थे प्रेम संबंध, मिलने के लिए बुलाया फिर इस हाल में मिला शव, कांप गए घरवाले
इन विषयों पर दिया जाएगा ज्ञान
- अक्षर ज्ञान के साथ वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, कानूनी साक्षरता
- बुनियादी शिक्षा में कक्षा 3 से 12 के समकक्ष शिक्षा कई चरणों में दी जाएगी
- व्यावसायिक कौशल देकर रोजगार प्राप्त करने लायक बनाना
- विज्ञान, प्रौद्योगिकी, खेल से भरपूर रोचक सामग्री से रुचि के विषय शामिल करेंगे
[ad_2]
Source link