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एटा। गर्मी, बरसात का मौसम बीत गया, डेंगू पीछा नहीं छोड़ रहा। दो दिन में डेंगू के चार केस पाए गए हैं। ऐसे में चिकित्सकों का कहना है कि मच्छरों को लेकर लापरवाही न बरतें।
शहर के एक क्लीनिक पर पड़ोसी जनपद हाथरस के सिकंदराराऊ निवासी अमित अपने बच्चे को इलाज के लिए लेकर पहुंचे। चिकित्सक ने बच्चे की जांचें कराईं। इसमें बच्चा डेंगू पॉजिटिव आया। सिकंदराराऊ क्षेत्र के ही बबलू ने अपनी दो वर्षीय बेटी की डेंगू की जांच कराई। उसमें भी डेंगू की पुष्टि हुई। वहीं कासगंज के दो बच्चे चिकित्सक के पास दवा लेने आए। इनमें भी डेंगू मिला।
मेडिकल कॉलेज के डॉ. अनंत व्यास ने बताया कि बच्चों को सर्दी के कारण बुखार आ रहा है। इनके लिए सर्दी घातक होती है। अगर तीन दिन तक दवा खाने के बाद भी बुखार ठीक न हो तो चिकित्सक के परामर्श पर खून की जांच जरूर करा लें। डेंगू के केस समाने आए हैं तो इसकी वजह मच्छर हैं। ऐसे में अभिभावक को चाहिए कि वह कमरे को साफ सुथरा रखें। मच्छर रोधी उपायों का प्रयोग करें।
बच्चों की सेहत को लेकर सतर्कता जरूरी : डॉ. वैभव गुप्ता
मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. वैभव गुप्ता ने बच्चों की सेहत को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि बच्चे को दो दिन से अधिक बुखार रह रहा है, तकलीफ बढ़ रही और पसली तेज चल रही हैं तो बिना देर किए डॉक्टर से इलाज कराएं। सामान्य बुखार दो से तीन दिन में ठीक हो जाता है। बच्चे को नियमित रूप से स्तनपान कराएं।
ये बरतें सावधानी
– खांसते, छींकते वक्त नाक-मुंह पर रूमाल या कपड़ा रखें।
– पांच साल से ऊपर के बच्चे, बड़े सभी मास्क पहनकर रहें।
– छोटे बच्चों की नाक, गंदगी अच्छी तरह से साफ करें।
– हाथों को साबुन से जरूर धोएं।
– घर में साफ-सफाई का ख्याल रखें।
– बड़ों का संक्रमण छोटे बच्चों को आसानी से बीमार करता है
डेंगू पॉजिटिव की अभी पैथोलॉजी से कोई सूचना नहीं आई है। जिस पैथोलॉजी पर जांच कराई गई, वहां से रिपोर्ट ली जाएगी। उन्होंने एलाइजा टेस्ट कराया या नहीं, इसकी भी जानकारी की जाएगी।
लोकमन सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी
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