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कासगंज। शासन ने जिले के 10 निकायों को चार करोड़ से अधिक का धन हस्तांतरित कर दिया है। यह धन 15 वें वित्त आयोग के तहत दिया गया हैं। काफी समय से निकाय बजट की कमी से जूझ रहे थें, जिससे निकायों के विकास कार्य अटके हुए थे। बजट मिल जाने से अब विकास कार्यों को गति मिल जाएगी। जिले में तीन नगर पालिका और सात नगर पंचायतें हैं। इन निकायों के विकास केेेेेेे लिए शासन से 15वें वित्त के तहत बजट दिया जाता है। यह बजट किश्तों के रूप में मिलता है। जिले की निकायों में काफी समय से बजट का अभाव चल रहा था, जिससे विकास कार्यों पर ब्रेक लग गया। निकायों का कार्यकाल जनवरी माह में समाप्त हो गया। निकायों का कार्यभार अधिशासी अधिकारियों के पास आ गया, लेकिन बजट के अभाव में विकास कार्य नहीं हो पा रहे थे।
निकायों का कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद शासन से पहली बार 15 वें वित्त का बजट जारी किया गया है। नगर पालिकाओं मेें सबसे अधिक धन कासगंज को मिला है। इसके बाद गंजडुंडवारा को धन दिया गया है। सोरोंजी के हिस्से में सबसे कम बजट आया है।सात नगर पंचायतों में सबसे अधिक बजट सहावर को दिया गया है। जबकि सबसे कम बजट मोहनपुर को मिला है। निकायों के लिए बजट मिल जाने के बाद जो विकास कार्य काफी समय से अधूरे चल रहे थे वे अब पूरे हो सकेंगे।
निकाय का नाम- मिला बजट
नगर पालिका कासगंज-14737042
नगर पालिका गंजडुंडवारा- 6682547
नगर पालिका सोरोंजी-4196842
नगर पंचायत सहावर- 3443864
नगर पंचायत भरगैन- 3264962
नगर पंचायत सिढ़पुरा- 2340635
नगर पंचायत पटियाली-2087191
नगर पंचायत बिलराम -1818837
नगर पंचायत अमांपुर -1625027
नगर पंचायत मोहनपुर-775242
शासन से काफी समय से निकायों के लिए बजट नहीं दिया गया था। काफी समय से नगर पालिका में बजट की कमी चल रही थी, जिससे विकास कार्य प्रभावित थे। अब बजट मिल जाने से अधूरे कार्य पूरे हो सकेंगे।
-धर्मराज सिंह, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका कासगंज
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