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संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Mon, 04 Dec 2023 11:53 PM IST
कासगंज। सोना उगलने वाली धरती की मिट्टी की सेहत खराब हो रही है। हालात यही रहे तो धीरे-धीरे धरती बंजर होने के कगार पर पहुंच जाएगी। मृदा परीक्षण के नमूनों के नतीजे में पोषक तत्वों की कमी आ रही है। जिसका सबसे बड़ा कारण कृषि वैज्ञानिक अत्यधिक रासायनिक उर्वरकों का उपयोग और फसल चक्र को न अपनाना है। मिट्टी जांच के लिए 3300 नमूनों के परीक्षण के लक्ष्य में कृषि विभाग के कर्मियों के द्वारा 2992 नमूनों को विभिन्न क्षेत्रों से एकत्रित किया गया। जिनमें से अब तक लगभग 700 नमूनों का परीक्षण हुआ है शेष का परीक्षण प्रयोगशाला में चल रहा है। जांच में स्पष्ट हुआ है कि जनपद की मिट्टी में पोषक तत्वों में कमी है। कार्बन, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटेशियम, सल्फर, जिंक, बोरान, आयरन, मैग्नीज, कॉपर तत्वों का संतुलन बिगड़ा हुआ है। मिट्टी की उपजाऊ क्षमता कम रही है।
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