[ad_1]
संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Sat, 11 Nov 2023 12:45 AM IST
कासगंज। धनतेरस के मौके पर मौसम का मिजाज शुक्रवार को अचानक बिगड गया। दिन मे रुक-रुक कर बारिश होती रही। इसका असर पटरी कारोबारियों पर अधिक पड़ा। इससे पर्व के मौके पर सामान बिक्री कर आय अर्जित करने के उनके अरमान फीके पड़ गए। उनका दिन सामान समेटने व लगाने में गुजर गया। ऐसे में उनके कारोबार पर असर पड़ा। उनका कहना है कि इसके चलते धनतेरस के दिन उम्मीद के मुताबिक आमदनी नहीं हो सकी। दिवाली पर्व को देखते हुए बड़ी संख्या में अस्थाई दुकानदारों ने पटरी पर अपना सामान लगा रखा है। पटरी पर खील, मिट्टी की मूर्ति, मिट्टी के दीपक, कैंलेंडर, सजावट की झालरें, स्टीकर आदि शहर में जगह-जगह बिक्री कर रहे हैं। वहीं काफी संख्या में फुटकर पटाखा विक्रेताओं ने प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद खुले स्थानों पर अपनी दुकानें लगाई है। ताकि पर्व के मौके पर अच्छी आमदनी हो सके, लेकिन त्योहार के खास दिन अचानक हुई बेमौसम की बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। मौसम का मिजाज वैसे तो सुबह ही बदला हुआ नजर आया। सुबह से ही आसमान में हल्के बादल छा गए और 10 बजते ही रिमझिम बारिश शुरू हो गई। बूंदाबांदी शुरू होते ही विक्रेता मायूस हो गए। विक्रेताओं ने अपने सामान को बारिश से बचाने के लिए तिरपाल से ढकना शुरू कर दिया तो वहीं तमाम विक्रेताओं ने अपने सामान को मौसम का मिजाज देखकर समेट लिया ताकि सामान खराब न हो। दिन में ऐसा लगातार चलता रहा। कभी बारिश बंद हो जाती तो कभी बरसने लगती। इससे विक्रेता परेशान रहे। मौसम के मिजाज का असर बाजार की रौनक पर भी देखा गया। सुबह के समय बाजार की रौनक प्रभावित हो गई। सायं के समय जब बारिश का सिलसिला थमा तब कहीं जाकर बाजार में रौनक दिखाई दी। इसके बाद लोगों ने बाजार से खरीदारी की। मिट्टी के दीये की विक्रेता सोमवती ने बताया कि बारिश की वजह से दीपकों की बिक्री कम रही। साथ ही बारिश से इनके खराब होने की भी आशंका रहती है। मूर्ति विक्रेता विनोद ने बताया कि बारिश की वजह से मूर्ति की बिक्री प्रभावित रही। आतिशबाजी विक्रेता संतोष ने बताया कि आज से ही बारह पत्थर मैदान पर बिक्री की अनुमति मिली है। बारिश की वजह से देर से दुकान लगाई। जिससे कम ग्राहक आए।
[ad_2]
Source link