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कासगंज। निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग 530 बी की भू अधिग्रहण प्रक्रिया पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। भूस्वामियों ने बुधवार को एनएचएआई के खंड कार्यालय बदायूं पहुंचकर परियोजना निदेशक को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने भूमि अधिग्रहण को दोषपूर्ण बताते हुए अधिग्रहण अधिसूचना में संशोधन की मांग उठाई। परियोजना अधिकारी के समक्ष भू स्वामियों ने अपने दस्तावेज प्रस्तुत किए।भूस्वामियों ने विस्तार से परियोजना निदेशक उत्कर्ष शुक्ला से बातचीत की। परियोजना निदेशक ने बताया कि भूमि अधिग्रहण के नोडल अधिकारी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व जो धनराशि अवॉर्ड करते हैं। इसे एनएचएआई स्वीकृत करती है। भूस्वामियों ने आक्रोश जताते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि यदि उनकी जायज समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन, धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। भूस्वामियों का आरोप है कि लगातार प्रयास करने के बावजूद उनकी आपत्तियों को भी संतोषजनक तरीके से नहीं सुना जा रहा। उन्होंने बताया कि ग्राम ज्याउद्दीनपुर पर आवासीय, वाणिज्यिक भवन, भूखंडों को अधिग्रहण की अधिसूचना में कृषि भूमि दर्शा दिया गया है। भूमि का प्रकार दर्शाने से पूर्व कोई भौतिक सर्वेक्षण नहीं किया गया। कई वर्षों से दुकान मकान बने हुए हैं। भूखंडों की बाउंड्री बनी हुई है।
सड़क इंटरलॉकिंग, पक्के गेट, सीवर बिजली की लाइनें मौजूद हैं। इसके बावजूद आवासीय एवं गैर खेती योग्य भूमि को कृषि भूमि दर्शा दिया गया है। उन्होंने कहा कि अधिसूचना में भूमि के वास्तविक प्रकार को दर्ज किया जाए। आवासीय और वाणिज्यिक भूमि की आबादी दर्ज की जाए और कृषि भूमि के मानक से हटाया जाए। ज्ञापन देने पहुंचे भूस्वामियों में संजय गुप्ता, गंगादयाल, कोमल सिंह वर्मा, सोरन सिंह वर्मा, सौरभ माहेश्वरी, कल्पना यादव, बृजेश कुमारी, विकास, मुनेश, गीतेश वर्मा, तिरलोक चंद्र आदि शामिल रहे।
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