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मैनपुरी। कुर्रा क्षेत्र की रहने वाली नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता का न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद महिला चिकित्सकों के पैनल ने सुरक्षित गर्भपात कराया। परिजन की ओर से न्यायालय से अनुमति मांगी थी। इसके बाद न्यायालय द्वारा सीएमओ को स्थिति से अवगत कराए जाने के लिए पत्र भेजा था।थाना कुर्रा क्षेत्र के एक गांव निवासी एक बालिग व दो नाबालिग बहनें कुछ महीने पहले लापता हो गई थीं। पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज के बाद एक युवती और प्रेमी को ढूंढ निकाला। वहीं एक किशोरी को भी ढूंढ निकाला था। किशोरी जब मिली थी, उस समय वह गर्भवती थी। मेडिकल जांच के बाद यह बात सामने आई थी। पुलिस ने बालिग बहन व उसके प्रेमी को किशोरी को अगवा कर ले जाने के आरोप में जेल भेज दिया था।
वहीं किशोरी के गर्भवती होने के बाद परिजन की ओर से न्यायालय में उसका गर्भपात कराए जाने को लेकर प्रार्थना पत्र दिया गया था। इसके बाद न्यायालय की ओर से सीएमओ को एक पत्र जारी कर पीड़िता की मनोदशा आदि के बारे में जानकारी मांगी गई थी। इस बीच किशोरी द्वारा काउंसलिंग के दौरान गर्भपात कराने से मना किया गया था। लेकिन हाल ही पीड़िता ने गर्भपात कराने पर सहमति जता दी। न्यायालय के आदेश मिलने के बाद जिला महिला चिकित्सालय में महिला चिकित्सकों का एक पैनल बनाया गया। पैनल द्वारा दुष्कर्म पीड़िता गर्भवती किशोरी का सुरक्षित गर्भपात कराया गया। गर्भपात के बाद अब किशोरी हालत ठीक बताई गई है। थानाध्यक्ष अमित सिंह ने बताया कि परिजन व पीड़िता की सहमति व न्यायालय के आदेश पर गर्भपात कराया गया है।
पंजाब में मिली थी तीसरी बहन
एक गांव से तीन सगी बहनें जिसमें एक बालिग व दो नाबालिग हैं। एक बालिग व एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को पुलिस कई दिन पूर्व ढूंढ चुकी थी। वहीं तीसरी नाबालिग की तलाश लगातार जारी थी। कुछ दिन पूर्व पुलिस को तीसरी किशोरी के पंजाब में होने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने पंजाब से तीसरी किशोरी को भी ढूंंढ निकाला। उसका मेडिकल कराने के बाद परिजन के सुपुर्द कर दिया था। उक्त प्रकरण् में तीनों बहनों को पुलिस द्वारा ढूंढा जा चुका है। बालिग बहन वर्तमान में जिला कारागार में है। दो नाबालिग परिजन के पास हैं।
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