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संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Fri, 24 Nov 2023 12:35 AM IST
कासगंज। जिले में मलेरिया और डेंगू की रोकथाम के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। दोनों बीमारियों के लगातार हो रहे विस्तार से हालात विकराल हो चुके हैं। 2021 के बाद जिले में पहली बार डेंगू के मरीजों की संख्या दो सौ के आंकड़े को पार कर गई। इस साल का रिकार्ड टूट गया। 228 मरीज अब तक डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। मलेरिया के भी चार साल में सबसे अधिक मरीज दर्ज किए गए। 109 मरीज अब तक इस बीमारी की चपेट में आए हैं। डेंगू से मौत का सिलसिला भी लगातार जारी है। अब तक डेंगू से पीड़ित 62 मरीजों की मौत हो चुकी है। जिले में बाढ़ व बारिश के चलते जलभराव हो जाने से मच्छरों को पनपने का मौका मिल गया, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने समय रहते जरूरी कदम नहीं उठाए। विभाग ने इन बीमारियों पर अंकुश लगाने के लिए एंटी लार्वा के छिड़काव पर जोर दिया। इसमें भी पिछले साल का जो स्टॉक बचा हुआ था उसके सहारे ही काम चलाया गया। नतीजा बीमारियों पर अंकुश लगाने में अधिक सफलता नहीं मिली। जिले में हालात विकराल हो चुके है। 10 नगरीय क्षेत्र से लेकर 423 ग्राम पंचायतों में मच्छरों का प्रकोप अभी तक समाप्त नहीं हुआ है। इसके चलते मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियां लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं। अब तक बुखार, डेंगू व मलेरिया से 62 लोगों की जान ले चुका है। डेंगू की बात की जाए तो पिछले साल मात्र 78 लोग इस बीमारी की चपेट में आए थे। वहीं मलेरिया के 17 मामले चिन्हित हुए थे। इससे अनुमान लगने लगा था कि मलेरिया पर जल्द ही अंकुश लग जाएगा, लेकिन जिले में इस बार दोनों ही बीमारियों के अधिक प्रसार ने स्वास्थ्य विभाग के सामने चुनौती खड़ी कर दी।
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